पूगल के रेतीले धोरों से भारत माला सड़क परियोजना के गुजरने से इलाके की तस्वीर बदलने की शुरुआत हुई है। अब यहां दो हजार मेगावाट विद्युत उत्पादन के सोलर प्लांट लगाए जाएंगे। इसके साथ ही बीकानेर जिला सोलर हब बनने की तरफ कदम बढ़ा देगा।
राज्य विद्युत उत्पादन निगम की ओर से पूगल में इस सोलर पार्क का निर्माण कराया जा रहा है। इसके साथ प्रदेश में कोयला से बिजली उत्पादन की साठ प्रतिशत निर्भरता को आने वाले दिनों में कम करने में मदद मिलेगी। मतलब साफ है। आने वाले समय में पूरे राजस्थान का लगभग 50 फीसदी से ज्यादा उत्पादन अकेले बीकानेर जिले में होने लग जाएगा। ऐसे में सरकार ने कोल इंडिया के साथ 1190 मेगावाट बिजली उत्पादन प्लांट लगाने का एमओयू किया है।
4876 है. भूमि आरक्षित
पूगल में राज्य निगम की ओर से 2000 मेगावाट का सोलर पार्क विकसित होाग। इसमें कॉल इंडिया 5400 करोड़ रुपए का निवेश कर 1190 मेगावाट का विद्युत उत्पादन सयंत्र लगाएगी। साथ ही राजस्थान विद्युत उत्पादन निगम 810 मेगावाट का सोलर प्लांट लगाएगा। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की उपिस्थति में कोल इंडिया के साथ गुरुवार को जयपुर में एमओयू भी हो गया है। साथ ही सरकार की ओर से सोलर ऊर्जा को कोयले के विकल्प के रूप में आगे बढ़ाने की शुरुआत भी हो गई है। प्लांट के लिए 4876 हैक्टेयर भूमि आरक्षित की गई है।