खाजूवाला, लक्ष्मी बाई ट्रॉफी में शारीरिक दक्षता जांच (पीईटी) सामरिक गतिविधियों को ध्यान में रखते हुए सामरिक शारीरिक दक्षता जांच (एफपीईटी) का आयोजन किया गया। सभी सीमा भवानी अपने सामरिक गतिविधियों के उपयोग में आने वाले साजो सामान के साथ जिसमें दैनिक दिनचर्या के सभी सामान व हथियार शामिल है। लक्ष्मी बाई ट्रॉफी में अठारह सीमा भवानी किसी भी विपरीत मौसम की परवाह ना करते हुए चार किलोमीटर की दौड़ को सभी साजो सामान व हथियार के साथ फायरिंग कि विभिन्न पोजिशन से विभिन्न प्रकार के टारगेट पर निशानेबाजी के द्वारा किस प्रकार से आतंकवादी, तस्करी घटनाओं को अंजाम दिया जा सके। लक्ष्मी बाई ट्रॉफी का आयोजन बल की सीमा भवानी कार्मिकों की शारीरिक दक्षता को उच्च स्तर पर पहुंचाने ताकि वे सर्दी, गर्मी, वर्षा और विपरीत मौसम में भारतीय सीमाओं की अच्छी तरह से हिफाजत कर सके।

कार्यवाहक कमान्डेंट बाबूलाल यादव ने बताया कि लक्ष्मी बाई ट्रॉफी आयोजन कराने का मुख्य उद्देश्य “बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ” है। 127 वी वाहिनी सीमा सुरक्षा बल सीमावर्ती इलाकों बालिकाओं के लिए सेना, बीएसएफ, पुलिस संबंधी प्रतियोगिताओ का आयोजन भी करवाएगी। ताकि हर क्षेत्र में महिलाओं कि भागीदारी बढे एवं महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा मिलेगा। लक्ष्मीबाई ट्रोफी में उत्कृष्ट बेहतरीन प्रदर्शन करने वाली महिला/आरक्षक सरोज रानी प्रथम स्थान, महिला/आरक्षक अंकिता बेन द्वितीय स्थान और महिला/आरक्षक सुनीता तृतीय स्थान पर रहे। तीनो विजेता महिला/कार्मिको को पारितोषिक देकर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर विनय कौशल उप कमांडेंट, गजेंद्र सिंह उप कमांडेंट, पवन कुमार सहायक कमांडेंट, एसएम अरविंद सिंह, इंस्पेक्टर ताराचंद यादव अधीनस्थ अधिकारी एवं जवान उपस्थित रहे।