खाजूवाला, आज ही के दिन 10500 फीट की ऊंचाई पर लद्दाख की खून को जमा देने वाली ठंड में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की एक टुकड़ी तैनात थी, दिनांक 21 अक्टूबर 1959 को लद्दाख हॉटस्प्रिंग में देश की सुरक्षा की प्रथम पंक्ति में तैनात केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल के एक छोटे से दश्ती दल पर चीनी सेना द्वारा भारी संख्या में घात लगाकर हमला किया गया। लड़ाई में 10 केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल के रणबांकुरे कर्तव्य की प्रथम पंक्ति में सर्वोच्च बलिदान दिया। केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल के रणबांकुरों द्वारा शौर्ये असाधारण कार्य को याद करने के लिए 21 अक्टूबर को पूरे भारतवर्ष में सभी पुलिस बलो द्वारा पुलिस स्मृति दिवस के रुप में मनाया जाता है। सुरक्षा की प्रथम पंक्ति की निगरानी में बीएसएफ, आईटीबीपी, एसएसबी आंतरिक सुरक्षा में तैनात सीआरपीएफ, सीआईएसएफ, एनएसजी एवं सभी राज्यों की राज्य पुलिस तैनात है।
कमांडेंड अमिताभ पंवार ने सभी वाहिनी के कार्मिकों के साथ सर्वप्रथम शहीदों को गार्ड ऑफ ऑनर दिया। शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। हमें अपने कर्तव्य के प्रति सत्य निष्ठा से सजग रहना चाहिए। भारतीय सीमाओं की हिफाजत हमें अच्छी तरह से करनी चाहिए। इसके लिए चाहे हमें अपने प्राणों की बलि ही क्यों ना देनी पड़े। शहीदों के जीवन से हमे कर्तव्यपरायणता की प्रेरणा लेनी चाहिए। इस अवसर पर बाबूलाल यादव द्वितीय कमान अधिकारी, विनय कौशल उप कमांडेंट, प्रेम सिंह मीणा उप कमांडेंट, तहसीलदार घड़साना दाना राम, इंस्पेक्टर ताराचंद यादव, सरपंच संदीप ढिल्लों, सरपंच हरप्रीत सिंह, सरपंच जगदीश प्रसाद, सरपंच लखविंदर, सरपंच जसपाल सिंह, अधीनस्थ अधिकारी व जवान उपस्थित रहे।