











खाजूवाला, इ.गा.न.प. की 60 दिनों की नहरबंदी चल रही है। 25 अप्रैल से नहर में पानी पूरी तरह बंद कर दिया जाएगा। जो 19 मई तक सभी नहरे पूर्ण तरीके से बंद रहेगी। ऐसे में इन 26 दिनों में पानी शहरों व गांवों को पीने के लिए एक बार पेयजल दिया जाएगा। 24 अप्रैल से पूर्ण नहर बंदी से पूर्व एक बार अनूपगढ़ शाखा में शुक्रवार सुबह पेयजल हेतु 500 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। जो कि 2 दिन बाद खाजूवाला की नहरों में पहुंचेगा।
अधिशासी अभियंता ओमप्रकाश रेगर ने जानकारी देते हुए बताया कि पेयजल हेतु छोड़ा गया पानी किसान खेतों में ना लगाएं। इस पानी से जलदाय विभाग व ग्राम पंचायत की खाली पड़ी डिग्गियों में पानी का भंडारण किया जाएगा। इस बार पेयजल के लिए नहर में आ रहे पानी पर पुलिस की पहरेदारी भी रहेगी। ताकि पानी की चोरी को रोका जा सके। दरअसल 24 अप्रैल से नहर की बंदी होगी। ऐसे में 25 अप्रैल से हरिके बैराज से पानी बंद कर दिया जाएगा। आने वाले दिनों में सीमावर्ती क्षेत्र के दूरदराज चको व ढाणियों में पेयजल की वैकल्पिक व्यवस्था के लिए भी प्रशासन ने कमर कस ली है। मई महीने में पेयजल को लेकर हालात ना बिगड़े इसको लेकर अब अनूपगढ़ शाखा में छोड़े गए पेयजल पर प्रशासन ने सिंचाई विभाग व जलदाय विभाग के अधिकारियों की समीक्षा बैठक करते जल भंडारण की व्यवस्था सुचारु तरीके से करने को लेकर दिशा-निर्देश दिए हैं। हालांकि पेयजल को लेकर जिला कलेक्टर भी पूरी तरह गंभीर है और व्यवस्था को लेकर लगातार मॉनिटरिंग कर रहे हैं।

