











खाजूवाला, इ.गा.न.परियोजना में 28 मई तक नहर की बन्दी है। जिसके चलते अब अनुपगढ़ शाखा की अन्तिम छोर पर बैठे लोगों को पेयजल के लिए परेशान होना पड़ रहा है। अनुपगढ़ शाखा के अन्तिम छोर की मण्डी खाजूवाला में इन दिनों सीमावर्ती क्षेत्रों के गाँवों में पानी का संकट अब गहराने लगा है। क्षेत्र में पीएचईडी विभाग व ग्राम पंचायत स्तर की अनेकों डिग्गियों में खत्म होने की कागार पर है। जिसके चलते ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
ग्राम पंचायत 20 बीडी के गाँव 24 बीडी में बनी डिग्गी में पेयजल खत्म हो चुका है। यहां लोगों को अब पानी के लिए दूर-दराज से महंगे दामों में टैंकरों से पानी मंगवाना पड़ रहा है। पूर्व में अनुपगढ़ ब्रांच में मात्र 600 क्यूसेक ही छोड़ा गया था जो कि अन्तिम छोर पर नहीं पहुंच पाया। ऐसे में क्षेत्र की अनेकों पेयजल डिग्गियां सुख चुकी है। खाजूवाला में 3 केवाईडी, 25, 17 केवाईडी, 2 केडब्ल्यूएम, 3 केजेडी व 7 पीएचएम आदि स्थानों पर पेयजल की डिग्गियों में पानी खत्म होने के कागार पर है तो वहीं 24 बीडी, 28 बीडी, 12 केवाईडी, 2 एलएम, 1 बीएम सहित दर्जनों गाँवों में पेयजल डिग्गियां सुखी पड़ी है। यहां पर लोगों को महंगे दामों में टैंकर मंगवाकर गुजर-बरस करना पड़ रहा है। जानकार लोगों का कहना है कि 28 मई तक इ.गा.न.प. की बन्दी के चलते क्षेत्र की सभी डिग्गियां सुख जाएगी। ऐसे में क्षेत्र में पेयजल के लिए हा-हाकर मच सकता है। कोरोना काल के चलते लोग घरों में बैठे है तथा लोगों का कहना है कि सरकार को पेयजल सप्लाई की व्यवस्था करवानी चाहिए।
वर्जन
खाजूवाला क्षेत्र की विभिन्न गाँवों की डिग्गियों में पानी नहीं होने की सूचना मिली है। जिसपर विभाग के अधिकारियों से बात की जा रही है। जल्द ही कमेटी बनाकर विभिन्न गाँवों में टैंकरों द्वारा पेयजल पानी की व्यवस्था करवाई जाएगी। खाजूवाला क्षेत्र में नहर बन्दी के दौरान प्रत्येक गाँव व ढ़ाणियों तक पेयजल उपलब्ध करवाना हमारी प्राथमिकता रहेगी।
गोविन्दराम मेघवाल
विधायक, खाजूवाला

