











खाजूवाला, खाजूवाला नई धान मण्डी में एक बार फिर से काफी दिनों बाद बोली शुरू होने के साथ-साथ ही किसानों का आवागमन शुरू हो गया है। यहां किसानों को सबसे बड़ी परेशानी का सामना अगर करना पड़ रहा है तो वो है यहां के धान मण्डी के 9 बन्द गेट। धान मण्डी में जाने के लिए कुल १० गेट बने हुए है। लेकिन वर्तमान स्थिति में मात्र एक ही ही खुला होने के कारण किसानों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं गेट नम्बर 2 के पास बने एक छोटे गेट को भी कोरोना काल के चलते बन्द कर दिया गया है। जिससे इन दिनों किसानों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
नई धान मण्डी के 9 गेट लगभग पाँच साल पहले व्यापारियों की सहमति से बन्द किया गया था। जिसके पीछे सबसे बड़ा कारण धान मण्डी में होने वाली चारियां थी। जिससे परेशान होकर व्यापारियों ने कृषि उपज मण्डी सचिव के हस्तक्षेप से धान मण्डी के 9 गेट बन्द करवा दिए। वहीं गेट नम्बर 2 के पास एक छोटा गेट बनाया गया। जिसे कोरोना काल के चलते बन्द कर दिया है। धान मण्डी में आईसीआईसीआई बैंक भी है। पुरानी मण्डी के व्यापारियों व आम लोगों को बैंक जाने के लिए भी लम्बा रास्ता तय करके जाना पड़ता है। वहीं किसान जब फसल लेकर आता है और उसे बाजार आना हो तो उन्हे भी लम्बा रास्ता तय करना पड़ता है। जिसके लिए प्रशासन से मांग की गई है कि धान मण्डी के गेट को खोला जाए ताकि लोगों को होने वाली परेशानी का समाधान हो सके।
इनका कहना है-
कृषि उपज मण्डी समिति सचिव सुनील कुमार ने बताया कि खाजूवाला नई धान मण्डी में व्यापारियों की सहमति से गेट बन्द किए गए थे। गेट नम्बर 2 पर स्थित एक छोटे गेट को कोरोना काल के चलते बन्द किया गया था। जिसे जल्द ही सोमवार तक खुलवा दिया जाएगा
इनका कहना है-
खाजूवाला खाद्य व्यापार संघ अध्यक्ष मोहनलाल सिहाग ने बताया कि धान मण्डी के 9 गेटों को किसानों व व्यापारियों के माल की सुरक्षा के लिए बन्द किया गया है। ये गेट पिछले पाँच सालों से बन्द है। गेट बन्द होने के बाद से धान मण्डी में चोरी सम्बन्धी समस्याओं से निजात मिल पाया था। वहीं कोरोना काल के चलते 2 नम्बर गेट के पास बने छोटे गेट को भी बन्द किया गया था। इस गेट हो खुलवाने के लिए सचिव से बात कर खुलवाने का प्रयास किया जाएगा।

 
 