खाजूवाला, ग्राम पंचायत 2 केएलडी के गाँव उदानगर में चल रही रामकथा के छठे दिन की कथा में भगवान राम व सीता का मुनी वाल्मीकि से चित्रकुट का रास्ता पुछना व चित्रकुट में जाना और सुमंत जी का अयोध्या में पहुंचना व राम सीता और लक्ष्मण का संदेश बताना। उसके बाद राजा दशरथ का राम-राम कहते हुए प्राण त्यागना आदि प्रसंग के बारे में बताया गया।
कथा वाचक पंडित मदनलाल पारीक ने कहा कि मानव के जीवन का अंतिम सार यही है कि अपने शरीर के द्वारा समाज का परीवार का देश का भला करें और अंत समय तक भगवान राम को आराध्य मानकर उसी के चरणों में अपना जीवन खो देना। पंडित आनन्द पारीक ने बताया कि श्रवण कुमार की कथा व सुन्दर भजनों ने सब भक्तों का मन मोह लिया। इस अवसर पर भीखाराम खिचड़, देवीलाल दुसाद, रूपाराम बिजाणियां, निराणाराम नेहरा, शिवलाल बिश्नोई, रामनायण मेघवाल, नोरंग व भारी संख्या में श्रद्धालु मौजुद रहे।
बाबा हरीराम मंदिर में कथा में सुनाया भगवान राम का चित्रकुट जाना
