खाजूवाला, खाजूवाला के सीमावृति क्षेत्र में इन दिनों टिड्डियों ने भयंकर आतंक मचा रखा है। इन टिड्डियों को मारने के लिए कृषि विभाग व राजस्व विभाग द्वारा द्वारा टीमें लगाई गई है। जो कि जहरीली दवा इमिडाक्लोप्रिड की ऐक्टिवा, किसान इमिडा, हिलबन आदि का छिड़काव कर रही है। यह दवा इतनी घात होती है इसमें 85 प्रतिशत जहर होता है। विभाग की उदासीनता के दवा के खाली डिब्बे सड़कों के किनारे पड़े रहते है। जिनमें थोड़ी बहुत जहर बाकी रहता है। जिससे आवारा पशु इसके शिकार हो सके है। ऐसा ही एक उदाहरण शनिवार को चक 13 केएलडी के पास मिला।
खाजूवाला के चक 13 केएलडी में शनिवार को कृषि विभाग की टीम ने टिड्डियों को मारने के लिए जहरीली दवा का उपयोग किया। लेकिन कृषि विभाग के जिम्मेदार अधिकारी इन दवा के बोतल को सड़क किनारे ही छोड़कर चले गए। जिससे आवारा पशु मौत के मूह में जा सकता है। वहीं आम आदमी इसका उपयोग कर ले तो उसे अपनी जान से हाथ धोना भी बड़ सकता है। कृषि विभाग के अधिकारियों से इस सम्बन्ध में जानकारी ली तो उन्होंने इसका तरीका बताया कि जब इस जहर का उपयोग कर दिया जाता है तो उनकी बोतलों को या तो जलाया जाता है या फिर काटकर जला देते है। लेकिन ऐसा विभाग द्वारा नहीं हुआ। जिससे कभी भी किसी भी जीव व अनजान व्यक्ति को जान की बाजी लगानी पड़ सकती है।

इन दवाओं से नुकसान
इस दवा पर साफ लिखा गया है कि विशेले प्रभाव के लक्षण में सीर दर्द, चक्कर आना, मिचली, उल्टी, सीने में दर्द, आँखों से धुँधला दिखना, पुतलियों में तनाव, ज्यादा पसीना आना, लार बहना, नाक से ज्यादा रिसाव, कम्पकपी, मासपेशियों में तनाव तथा पेचीस जैसी समस्याएं इस दवाओं के कारण हो सकती है। वहीं दूसरी दवा इमिडाक्लोप्रिड दवा के प्रभाव में यह स्पष्ट लिखा है कि इसका छिड़काव करते समय सुरक्षात्मक कपड़े पहने तथा इसे इन्सान व पशुओं से दूर रखें। जबकि यह सभी दवाईयों की बोतल जिनमें कुछ दवाईयां मौजूद भी थी खुले में पड़ी थी। यह एक स्वस्थ व्यक्ति को मौत के घाट उतार सकती है।
वर्जन
खाजूवाला के सीमावृति क्षेत्र में टिड्डियों के लिए दवाओं का छिड़काव कृषि विभाग की टीमों द्वारा किया जा रहा है। विभाग की टीमों द्वारा प्रात: 6 बजे से दोपहर 12 बजे तक ख्ेातों में छिड़काव किया गया है। जिसकी बोतले सड़कों किनारे रह गई। जिसको डिस्पोजल यानी जलाना चाहिए। विभाग के कार्मिकों को निर्देश देकर इन्हे डिस्पोजल करवाया जाएगा।
डॉ.रामकिशोर मेहरा
सहायक निदेशक, कृषि विभाग, बीकानेर