चैलेंज, पकड़ सको तो पकड़ लो, लग्जरी कारों का चोर MBA पास, चढ़ा पुलिस के हत्थे

R खबर, देश के बड़े शहरों में हाईप्रोफाइल लोगों की सुपर लग्जरी कारों को पलक झपकते ही चुराने वाला सत्येंद्र शेखावत पुलिस की गिरफ्त में आ चुका है। सत्येंद्र शेखावत MBA पास है। आरोपी ने 13 वर्षों में बेंगलुरु, हैदराबाद, अहमदाबाद, आगरा सहित अन्य कई शहरों से 100 से अधिक लग्जरी कारें चुराई है। सत्येंद्र अब तक करीब 22 करोड़ की कीमत की कारें चोरी कर चुका है। इसमें बीएमडब्ल्यू, टोयोटा, मर्सिडीज और अन्य कई कंपनियों की कारे शामिल है।


झुंझुनू निवासी सत्येंद्र काफी समय से जयपुर रह रहा है। पिछले महीने एक कन्नड़ फिल्म प्रड्यूसर की कार चुराने के बाद बेंगलुरु पुलिस को फोन पर चैलेंज करता है, मैं राजस्थान में हूं… पकड़ सको तो पकड़ लो। इसके बाद पुलिस ने फोन ट्रेस कर उसे जयपुर में पकड़ा। बेंगलुरु पुलिस उसे गिरफ्तार कर ले गई और पूछताछ में बताया कि उसने अधिकतर कारे जोधपुर में बेची है।
सत्येंद्र ने पुलिस को बताया कि उसने अब तक जितनी भी करें चुराई है। उनमें से अधिकतर कारे जोधपुर में बेची गई है। इसकी जानकारी के पश्चात जोधपुर पुलिस सक्रिय हो गई और चोरी की कारों के खरीददार की जानकारी जुटाने में लगी है।


सत्येंद्र 7 सितंबर 2020 को अहमदाबाद के एक कार शोरूम में टेस्ट ड्राइव कार की चाबी चुराते हुए कैमरा में नजर आया था। सीसीटीवी कैमरा की मदद से अहमदाबाद पुलिस ने पकड़ा तो 50 से ज्यादा कार चुराने का खुलासा हुआ। लेकिन कुछ समय बाद ही वह छूट गया। जिसके बाद बेंगलुरु पुलिस ने भी आरोपी को 50 से अधिक गाड़ियां चुराने के मामले में गिरफ्तार किया है। आरोपी के पास मर्सिडीज, ऑडी, फॉर्च्यूनर, बीएमडब्ल्यू अन्य कई लग्जरी कारे बरामद हुई है। आरोपी लग्जरी कारों में घूमता और लोगों को झांसा देने के लिए फर्रटेदार इंग्लिश भी बोलता है।


आरोपी सत्येंद्र एमबीए पास आउट है। इसका कार चुराने का अनोखा तरीका हैरान करने वाला है। लग्जरी कारों की चोरी के लिए 20 से 25 हजार के एक की–डिवाइस का उपयोग करता है। इस डिवाइस का बटन प्रेस करता है तो लॉक और की–डिवाइस के बीच एक कोड ट्रांसफर होता है। इसी कोड को एक स्पेशल डिवाइस की मदद से चुरा लेता था। डिवाइस में कोड सेव होने के बाद इसकी मदद से वह कार का लॉक खोल लेता और कार चुरा ले जाता।
RTL–SDR डिवाइस की मदद से कोड चुराता था। इस डिवाइस को लैपटॉप से कनेक्ट कर उसकी कोडिंग सेव कर लेता है। इस डिवाइस का उपयोग वॉकी–टॉकी और वायरलेस डिवाइस से भेजी इंफॉर्मेशन भी चुराई जा सकती है। यह सिस्टम रेडियो फ्रिकवेंसी सिस्टम पर काम करता है, यह कोड चुराने के काम आता है।