खाजूवाला: बिगड़ी पेयजल व बिजली व्यवस्था से हाल-बेहाल

खाजूवाला: बिगड़ी पेयजल व बिजली व्यवस्था से हाल-बेहाल

खाजूवाला। क्षेत्र में इन दिनों बिगड़ी पेयजल व विद्युत व्यवस्था को लेकर हाल बेहाल है और स्थिति सुधरने का नाम ही नहीं ले रही है। भयंकर गर्मी में पेयजल और बिजली आपूर्ति की महत्ती आवश्यकता है, लेकिन यहां कोई अधिकारी व जनप्रतिनिधि सुनवाई करने वाला कोई नहीं है। मण्डी के 23 वार्ड हैं और पेयजल व बिजली आपूर्ति को लेकर प्रत्येक वार्ड में त्राहि-त्राहि मची है। जन अभियांत्रिकी विभाग की ओर से पेयजल सप्लाई ऊंट के मुंह में जीरे के समान होती है। एक बार में छोड़ा पेयजल दूसरी बार आने से पहले की खत्म हो जाता है। यह प्रत्येक वार्ड की समस्या है। ऐसे में आमजन महंगे दामों पर टैंकरों से पानी मंगवाने को मजबूर है। भयंकर गर्मी में पानी की खपत भी बढ़ गई है। साथ ही भयंकर गर्मी में सुबह से शाम और रात्रि कोई बार बिजली कटौती की जाती है। 24 घंटों में दर्जनों बार बिजली गुल होना अब खाजूवाला क्षेत्र में रूटीन बन गया है। इससे भयंकर गर्मी और उमस में आमजन का बुरा हाल है। सरकारी कार्यालयों के ऐसे हालात हैं कि कहीं कोई भी अधिकारी और कार्मिक नहीं है। कहीं सरकारी कार्यालय में ही सब्जी मण्डी की दुकान चल रही है। उपखण्ड अधिकारी ने जन अभियांत्रिकी विभाग का निरीक्षण किया तो सरकारी कार्यालयों की पोल सामने आई। बाजार के हालात ऐसे हो गये हैं कि बिजली से संचालित उपकरण नकारा साबित हो रहे हैं। इससे चक-आबादियों तथा ढाणियों से आने वाले ग्राहक भी मण्डी आने से कतराने लगे हैं। ग्रामीणों ने बताया कि विद्युत से संचालित उपकरण नहीं चलने से कोई काम भी नहीं होता है। ग्रामीण मकबूल ने बताया कि गांवों और ढाणियों में ऐसे हालात हैं कि बिजली आना तो दूर की बात रही। यहां तो कोई सुनने वाला भी नहीं है। विद्युत समस्या से पूरा ग्रामीण क्षेत्र जूझ रहा है, लेकिन कोई अधिकारी सुनवाई नहीं कर रहा है। ज्यादात्तर अधिकारी अपने मोबाइल को बन्द रखते हैं, जिससे अपनी समस्या किसे बताएं। विद्युत की अघोषित कटौती से पानी सप्लाई में भी बाधा उत्पन्न होती है। पेयजल और विद्युत सप्लाई को लेकर आमजन अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों को कोसते नजर आते हैं।