











Rajasthan: साइबर ठगों को यूल अकाउंट उपलब्ध करा 100 करोड़ से ज्यादा की ठगी, 6 गिरफ्तार
R.खबर ब्यूरो। राजस्थान, अलवर के वैशाली नगर थाना पुलिस ने साइबर ठगों को कमीशन पर फर्जी यूल अकाउंट उपलब्ध कराने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने इस मामले में 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
एसपी सुधीर चौधरी ने बताया कि साइक्लोन सेल को एक संदिग्ध बैंक खाते की जानकारी मिली थी। जांच में सामने आया कि इस अकाउंट से करीब 2 करोड़ रुपए का ट्रांजेक्शन हुआ और इसके जरिए 101 साइबर फ्रॉड शिकायतें दर्ज हैं। इन्वेस्टमेंट और ऑनलाइन गेमिंग के नाम पर लोगों से करीब 41 करोड़ रुपए की ठगी सामने आई।
फर्जी फर्म से खुला राज:-
जांच में पता चला कि आरोपी कमीशन के बदले फर्जी फर्म बनाकर सैकड़ों करंट और कॉर्पोरेट अकाउंट साइबर ठगों को बेचते थे। इन खातों के जरिए बैटिंग, गेमिंग और साइबर फ्रॉड से ठगे गए पैसे डाले जाते और खाता फ्रीज होने से पहले राशि निकाल ली जाती थी। पुलिस ने आरोपियों से 7 चेकबुक, 19 एटीएम कार्ड, 6 बैंक पासबुक, 12 साइन किए हुए चेक, आधार-पैन कार्ड, 20 सिम कार्ड, पहचान पत्र, 3 आरसी और एक कार बरामद की है।
बैंक कर्मचारियों की भूमिका संदिग्ध:-
मामले की जांच के लिए एएसपी कांबले शरण गोपीनाथ के नेतृत्व में एसआइटी गठित की गई है। प्रथम दृष्टया कुछ बैंक कर्मचारियों की भूमिका भी संदिग्ध मानी जा रही है।
गिरफ्तार आरोपी:-
थाना प्रभारी गुरुदत्त सैनी ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों में संजय अरोड़ा (29) निवासी जवाहर नगर, गौरव सचदेवा (30) निवासी सूर्य नगर, अंकित बंसल (32) निवासी अपना घर शालीमार, रामवीर (35) निवासी दयानंद नगर, सतीश कुमार बैरवा (45) निवासी जवाहर नगर और प्रेम पांचाल निवासी मुल्तान नगर शामिल हैं।

