











Rajasthan: मिड-डे मील को लेकर मदन दिलावर ने बच्चों से पूछा ऐसा सवाल, शिक्षा विभाग में आ गया भूचाल
R.खबर ब्यूरो। जोधपुर, शिक्षा मंत्री मदन दिलावर के बुधवार को राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, पहाड़गंज के उद्घाटन समारोह में बच्चों से मिड-डे मिल में सब्जी के बारे में पूछने पर शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया। बच्चों ने साफ तौर पर बताया कि उन्हें मिड-डे मिल में सब्जी नहीं मिलती।
295 स्कूलों में तीन महीने तक सिर्फ दाल:-
पड़ताल में सामने आया कि जोधपुर के 295 सरकारी स्कूलों में पिछले लगभग तीन महीने से केवल दाल परोसी जा रही थी। राज्य सरकार ने एक जुलाई से मिड-डे मिल में दाल के साथ सब्जी अनिवार्य की थी, लेकिन गोशाला के पास स्थित अदय चेतना ट्रस्ट के सेंट्रल किचन ने इस आदेश की अवहेलना की और हर दिन केवल दाल सप्लाई करता रहा।
अक्षय पात्र फाउंडेशन की सप्लाई में भी खामियां:-
शहर की आधी स्कूलों को अदय चेतना ट्रस्ट से और आधी को अक्षय पात्र फाउंडेशन से मिड-डे मिल मिलती है। जांच में फाउंडेशन की सप्लाई में खामी नहीं पाई गई, लेकिन स्कूलों का कहना है कि फाउंडेशन भी दाल में भिण्डी, टिण्डी और लौकी जैसी सब्जियां मिलाकर खाना परोसता है, जिससे सब्जी की मात्रा पर्याप्त नहीं रहती। हालांकि बच्चों को उनका खाना पसंद आता है।
शिक्षा विभाग की कार्रवाई:-
गुरुवार को शिक्षा विभाग ने अदय चेतना ट्रस्ट को एमओयू रद्द करने का नोटिस थमाया। ट्रस्ट ने गलती स्वीकार की और सोमवार से सभी स्कूलों में नियमित रूप से सब्जी सप्लाई करने का आश्वासन दिया। विभाग ने तीन महीने की सब्जी के बराबर राशि काटने का निर्णय लिया है।
प्राथमिक बच्चों के लिए मिड-डे मिल का बजट:-
प्राथमिक बच्चों के लिए सरकार 6.78 रुपए और उच्च प्राथमिक के लिए 10.17 रुपए प्रति बच्चा देती है। सप्ताह में एक दिन फल भी अनिवार्य है, जिसमें अधिकतर केला दिया जाता है।
— कमलेश त्रिपाठी, जिला शिक्षा अधिकारी, प्राथमिक जोधपुर

