Solar Energy: राजस्थान ने रचा इतिहास, सौर ऊर्जा में हासिल किया वो मुकाम जो 2030 में होना था पूरा
R.खबर ब्यूरो। जयपुर, राजस्थान ने नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में एक नई उपलब्धि हासिल की है। ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर ने घोषणा की कि राज्य ने वर्ष 2030 तक तय किए गए नवीकरणीय ऊर्जा लक्ष्य को वर्ष 2025 में ही प्राप्त कर लिया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में राजस्थान अब देश और विदेश के निवेशकों के लिए ऊर्जा निवेश का सबसे आकर्षक केंद्र बन चुका है।
बीकानेर जिले के पूगल सोलर पार्क में आयोजित विशेष निवेशक सम्मेलन में मंत्री नागर ने 2450 मेगावाट सौर ऊर्जा और 1250 मेगावाट/5000 मेगावाट-घंटा क्षमता वाले बैटरी ऊर्जा भंडारण प्रणाली (BESS) के विकास हेतु टेंडर जारी करने की घोषणा की। इस परियोजना के माध्यम से दिन में उत्पन्न सौर ऊर्जा को रात में उपयोग के लिए सुरक्षित रखा जा सकेगा, जिससे बिजली आपूर्ति निर्बाध बनी रहेगी।
ऊर्जा विभाग के प्रमुख शासन सचिव अजिताभ शर्मा ने कहा कि सौर ऊर्जा के साथ बैटरी स्टोरेज सिस्टम भविष्य की ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करने में अहम भूमिका निभाएगा। उन्होंने पूगल सोलर पार्क को निवेशकों के लिए एक बड़ा अवसर बताया। इस मौके पर अक्षय ऊर्जा निगम के CMD रोहित गुप्ता ने परियोजना का विस्तृत प्रस्तुतीकरण दिया और निवेशकों के सवालों का उत्तर दिया।
कार्यक्रम में NTPC, टाटा पावर, JSW, अडानी, अदित्य बिड़ला, ACME, Renew और Avaada जैसी अग्रणी ऊर्जा कंपनियों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। इसी दौरान राजस्थान अक्षय ऊर्जा निगम द्वारा एक नया ऑनलाइन पोर्टल भी लॉन्च किया गया, जिसके जरिए सौर, पवन और हाइब्रिड परियोजनाओं से संबंधित सभी प्रक्रियाएं एक ही प्लेटफॉर्म पर पूरी की जा सकेंगी।
ऊर्जा मंत्री नागर ने कहा कि राज्य सरकार का उद्देश्य केवल बिजली उत्पादन बढ़ाना नहीं, बल्कि हर घर तक स्वच्छ और सस्ती ऊर्जा पहुंचाना है। उन्होंने कहा कि यह पहल भारत सरकार के “नेट ज़ीरो 2070” लक्ष्य को साकार करने की दिशा में राजस्थान की एक बड़ी छलांग है। पूगल सोलर पार्क परियोजना से बीकानेर क्षेत्र में रोजगार, उद्योग और इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास को भी गति मिलेगी, जिससे राजस्थान देश की “ग्रीन एनर्जी राजधानी” के रूप में और सशक्त बनकर उभरेगा।

