Crime News: पहले चाय पी, फिर गला दबाकर महिला की हत्या, मासूम बेटी ने देखा तो उसे भी बेरहमी से मौत के घाट उतारा
R.खबर ब्यूरो। कोटा के आरकेपुरम थाना पुलिस ने 7 नवंबर को हुई मां-बेटी की डबल मर्डर केस का खुलासा कर दिया है। हत्या का मुख्य आरोपी मृतका ज्योति का दूर का मामा प्रदीप वैष्णव निकला। पुलिस ने प्रदीप और उसके साथी भरत को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि तीसरा आरोपी राजू उर्फ मामू अभी फरार है।
पैसों के विवाद में रची साजिश:-
पुलिस के अनुसार, मृतका ज्योति और प्रदीप के बीच ₹60 हजार के लेन-देन को लेकर विवाद चल रहा था। प्रदीप ने ज्योति को पैसे उधार दिए थे, लेकिन जब कई बार मांगने के बावजूद उसने पैसे नहीं लौटाए, तो प्रदीप ने गुस्से में आकर अपने दो साथियों के साथ मिलकर हत्या की साजिश रच डाली।
पहले चाय पी, फिर की निर्मम हत्या:-
डीएसपी मनीष शर्मा के मुताबिक, वारदात वाले दिन तीनों आरोपी बाइक से रोजड़ी पहुंचे। वहां प्रदीप ने मृतका से चाय पी और फिर रुपए मांगे। ज्योति के फिर टालने पर प्रदीप और उसके साथी राजू ने रसोई में जाकर चुन्नी से उसका गला दबा दिया।
इसी दौरान जब स्कूल से उसकी 8 साल की बेटी पलक लौटी और मां को बेहोश देखा, तो वह चिल्लाने लगी। आरोपियों ने पकड़े जाने के डर से बच्ची का भी गला दबाकर हत्या कर दी।
6 नवंबर को भी किया था प्रयास:-
थानाधिकारी महेंद्र मारू के अनुसार, आरोपी प्रदीप ने बताया कि 6 नवंबर को भी वे हत्या करने पहुंचे थे, लेकिन मृतका का पति घर पर होने के कारण वारदात नहीं कर पाए। अगले दिन मौका पाकर उन्होंने मां-बेटी दोनों की हत्या कर दी।
तकनीकी साक्ष्यों ने खोला राज:-
शुरुआत में यह मामला ‘ब्लाइंड मर्डर’ लग रहा था, लेकिन पुलिस ने परिजनों और रिश्तेदारों से पूछताछ की तथा सीडीआर और सीसीटीवी फुटेज खंगाले, जिससे प्रदीप की संलिप्तता सामने आई। इसके बाद पुलिस ने उसे और भरत को गिरफ्तार कर लिया। तीसरा आरोपी राजू अभी मुकदरा के जंगलों में छिपा हुआ है, जिसकी तलाश जारी है।
पति का दर्द: “अब डेढ़ साल के बच्चे को कैसे पालूं”
मृतका के पति भगवान वैष्णव ने बताया कि प्रदीप उनका दूर का रिश्तेदार है और झालावाड़ जिले के सोजपुर गांव का रहने वाला है। उन्होंने कहा, “अगर किसी तरह का पैसों का विवाद होता तो ज्योति मुझे जरूर बताती, मैं पूरा पैसा लौटा देता। अब मेरा पूरा परिवार खत्म हो गया… डेढ़ साल के बच्चे को उसकी मां के बिना कैसे पालूं?”

