Crime News: पिता की जायदाद पर नजरें जमाए बैठी मौसियां, बहन को बेटा होते ही भड़क उठीं—22 दिन के भांजे को पटककर मार डाला
R.खबर ब्यूरो। जोधपुर के एयरपोर्ट थाना क्षेत्र की नेहरू कॉलोनी में शनिवार तड़के हुए एक दिल दहला देने वाले हादसे ने रिश्तों की संवेदनशीलता पर सवाल खड़े कर दिए। ‘मौसी’ के रूप में जाने जाने वाले ममता और दुलार के रिश्ते को यहां चार बहनों ने कलंकित कर दिया। ईर्ष्या और अंधविश्वास में अंधी हुई इन चार मौसियों ने मिलकर अपनी ही बहन के 22 दिन के मासूम बेटे की हत्या कर दी।
सुबह 3.30 से 4 बजे के बीच वारदात:-
मौलिक जानकारी के अनुसार, घटना सुबह करीब 3.30 से 4 बजे के बीच हुई। मासूम अपनी मां सुमन के पास ही सो रहा था। उसी दौरान मंजू, गीता, ममता और रामेश्वरी बच्चे को उठाकर दूसरे कमरे में ले गईं। आरोप है कि उन्होंने पहले नवजात का गला दबाया और फिर कई बार फर्श पर पटक दिया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
घटना के वक्त सुमन और एक अन्य मौसी को कमरे में बाहर से बंद कर दिया गया था। शोर सुनकर सुमन किसी तरह बाहर निकली और बेटे को लहूलुहान हालत में देखकर बेसुध हो गई।
भाई ने देखा सब, बनाया वीडियो:-
इस दौरान सुमन का भाई भी जाग गया और वारदात रोकने की कोशिश की, लेकिन आरोपी बहनें नहीं मानीं। भाई ने अपने मोबाइल से पूरी घटना की रिकॉर्डिंग कर ली, जिसे पुलिस ने सबूत के तौर पर जब्त कर लिया है।
परिजन तुरंत मासूम को महात्मा गांधी अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सुमन ने फोन पर रोते हुए पति को बताया—“मेरी चारों बहनों ने मेरे बेटे को मार दिया है…”
ईर्ष्या ने जन्म दी हैवानियत को:-
पुलिस जांच में सामने आया है कि चारों आरोपी बहनों के मन में सुमन को दो बेटे होने को लेकर गहरी ईर्ष्या थी। सुमन पहले से छह साल के बेटे की मां थी और अब फिर बेटा हुआ था। परिजनों का कहना है कि बहनों को लगता था कि पिता की संपत्ति में उन्हें हिस्सा नहीं मिलेगा, जबकि उनमें से दो बहनें शादी के बावजूद पीहर में रह रही थीं। धीरे-धीरे यह ईर्ष्या द्वेष में बदल गई और उन्होंने मिलकर नवजात को मारने की योजना बना ली।
तंत्र-मंत्र का सहारा, हल्दी लगाकर भ्रम फैलाने की कोशिश:-
वारदात के बाद आरोपी बहनों ने हत्या को तंत्र-मंत्र का रूप देने के लिए बच्चे के शरीर पर हल्दी लगाने की कोशिश की, ताकि ऐसा लगे कि किसी तरह का टोना-टोटका किया गया है। परिवार के कुछ सदस्यों ने बताया कि आरोपी पिछली कई महीनों से झाड़-फूंक जैसी गतिविधियों में दिलचस्पी रखती थीं।
शव पर मिले कई गंभीर चोटों के निशान:-
एफएसएल और मेडिकल टीम की प्रारंभिक रिपोर्ट में सामने आया कि बच्चे के शरीर पर गंभीर चोटों के कई निशान मौजूद थे। गला दबाने, पटकने के अलावा गुप्तांगों को खींचे जाने के भी प्रमाण मिले हैं, जो घटना की बर्बरता को और भयानक बनाते हैं।
चारों आरोपी मौसियां गिरफ्तार:-
सूचना मिलते ही थानाधिकारी रामकृष्ण ताड़ा और पुलिस टीम मौके पर पहुंची। मामले को गंभीर मानते हुए नेहरू कॉलोनी निवासी मंजू (22), गीता (25), ममता (22) और रामेश्वरी (27) को गिरफ्तार कर लिया गया। डीसीपी (पूर्व) शहीन सी, एसीपी प्रतीक सिंह और एडीसीपी वीरेंद्र सिंह राठौड़ ने भी घटनास्थल का निरीक्षण कर एफएसएल की मदद से साक्ष्य जुटाए।
मृतक के पिता पूनाराम सांसी, जो मजदूर हैं, ने चारों सालियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कराया है। दर्दनाक घटना से पूरा इलाका सदमे में है और रिश्तों की इस अमानवीय टूटन को लेकर लोगों में भारी आक्रोश है।

