खाजूवाला: करोड़ों की भूमि पर अतिक्रमण मुक्त करने की कार्रवाई, इलाके में तनाव
खाजूवाला। खाजूवाला नगरपालिका ने मंगलवार को दंतौर रोड स्थित 8 केजेडी की 25 बीघा भूमि पर से अवैध अतिक्रमण हटाया। हालांकि, प्रशासन की इस कार्रवाई के बाद स्थिति गर्मा गई और एक समुदाय विशेष ने अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की। यह भूमि पहले राजस्व रिकॉर्ड में अराजीराज के नाम थी, जिसे अब नगरपालिका के नाम पर स्थानांतरित किया गया है। इस भूमि पर पहले से कब्जाधारी व्यक्तियों का कहना है कि उनके पास राजस्थान हाई कोर्ट का स्थगन (स्टे) आदेश है। बावजूद इसके प्रशासन ने उनकी सुनवाई नहीं की और भूमि पर बने ढाणी, जल कुण्ड और अन्य संरचनाओं को तोड़ दिया। एक व्यक्ति ने उपखंड अधिकारी और थानाधिकारी के पास जाकर अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग भी की।

प्रशासन की कार्रवाई के बावजूद फिर से हुआ अतिक्रमण
मंगलवार को नगरपालिका ने अतिक्रमण हटाने के बाद यहां बोर्ड भी लगाया, लेकिन शाम होते-होते कुछ लोगों ने नगरपालिका का बोर्ड हटा दिया और हाई कोर्ट के स्टे की प्रति के साथ अपना कब्जा फिर से जमा लिया। इसके बाद बुधवार को समुदाय विशेष के दर्जनों लोगों ने उपखंड अधिकारी और थानाधिकारी को ज्ञापन देकर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के खिलाफ अधिकारियों पर मुकदमा दर्ज करने की मांग की।

करोड़ों की कीमत
इस भूमि की कीमत करीब 5 करोड़ रुपए आंकी जा रही है। ऐसा इसलिए, क्योंकि यह सड़क से सटी हुई है और वर्तमान परिवेश में इसकी बाजारी कीमत अत्यधिक है। यह भूमि पहले अराजीराज के नाम दर्ज थी, जिसे नगरपालिका खाजूवाला को आवंटित किया गया। प्रशासनिक महकमे में चर्चा है कि आने वाले समय में इस भूमि पर न्यायालय परिसर बनाया जा सकता है। बीकानेर न्यायालय के उच्च न्यायाधीश भी इस भूमि का अवलोकन कर चुके हैं और वकील भी इस भूमि पर न्यायालय बनाने के पक्ष में हैं।

कोई स्टे नहीं मिला
यह भूमि नगरपालिका खाजूवाला के नाम से दर्ज है और इससे अतिक्रमण हटाने के लिए कार्रवाई की गई है। इस दौरान पुलिस प्रशासन और मौका मजिस्ट्रेट भी मौजूद थे। अधिकारियों के पास हाई कोर्ट के स्थगन आदेश की कोई प्रति नहीं आई थी।

  • सोहनलाल, अधिशासी अधिकारी, नगरपालिका खाजूवाला