राजस्थान की नौकरशाही में तेज हलचल: विवादों के बीच बड़ा फेरबदल, CMO में एसीएस अरोड़ा को मिली नई जिम्मेदारी
R.खबर ब्यूरो। राजस्थान, मुख्य सचिव वी. श्रीनिवास के कार्यभार संभालने के पांचवें दिन ही राज्य सरकार ने शुक्रवार देर रात शीर्ष नौकरशाही में व्यापक बदलाव करते हुए 48 आईएएस अधिकारियों के तबादले कर दिए। सबसे बड़ा परिवर्तन मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) में हुआ है।
सीएमओ में बड़ा बदलाव:-
अखिल अरोड़ा को मुख्यमंत्री कार्यालय में अतिरिक्त मुख्य सचिव (एसीएस) नियुक्त किया गया है। वे जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग (पीएचईडी) की जिम्मेदारी भी संभालते रहेंगे। वहीं शिखर अग्रवाल को सीएमओ से हटाकर उद्योग विभाग का एसीएस, रीको अध्यक्ष और राजसिको सीएमडी बनाया गया है।
कुछ अधिकारियों की जिम्मेदारियां कम हुई हैं, जबकि कई को नए सशक्त पद मिले हैं। उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी के विशिष्ट सहायक के रूप में कार्यरत रहे ललित कुमार को चिकित्सा शिक्षा विभाग में संयुक्त सचिव नियुक्त किया गया है। करीब दो माह से एपीओ चल रहीं अर्चना सिंह को कार्मिक विभाग का सचिव बनाया गया है। साथ ही, आरएएस तथा अन्य सेवाओं से आईएएस बने अधिकारियों को पदोन्नति के बाद पहली बार महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं।
खींचतान की रिपोर्ट दिल्ली तक पहुंची:-
ब्यूरोक्रेसी में शीर्ष स्तर पर लंबे समय से चल रहे मतभेद और तनाव की बातें लगातार सामने आ रही थीं। कुछ समय पहले पूर्व मुख्य सचिव सुधांश पंत को इसी वजह से दिल्ली बुला लिया गया था। अब सीएम के अतिरिक्त मुख्य सचिव शिखर अग्रवाल को सीएमओ से हटाया जाना भी उसी कड़ी का हिस्सा माना जा रहा है। सूत्रों के अनुसार पंत और शिखर अग्रवाल के बीच विवाद की रिपोर्ट केंद्र तक पहुंच चुकी थी।
श्रीनिवास की सक्रियता के बाद हुआ बदलाव:-
17 नवंबर को पदभार ग्रहण करने के बाद से ही नए मुख्य सचिव वी. श्रीनिवास तेज़ी से सक्रिय रहे। आईएएस एसोसिएशन और संभागायुक्त–जिलाधिकारियों के साथ बैठकों में उन्होंने व्यापक फीडबैक लिया। माना जा रहा है कि जयपुर आने से पहले ही उनके पास ब्यूरोक्रेसी से जुड़े इनपुट थे और बाद में सरकार के साथ गहन चर्चा के बाद यह सूची जारी हुई। शुक्रवार को उनका अजमेर दौरा भी निरस्त कर दिया गया और शाम तक तबादला सूची जारी हो गई।
भरतपुर व कोटा के संभागीय आयुक्त बदले:-
कार्मिक विभाग ने शुक्रवार देर रात आईएफएस तबादलों के बाद आईएएस सूची जारी की। इसमें एसीएस प्रवीण गुप्ता को पीडब्ल्यूडी के साथ पर्यटन विभाग भी सौंपा गया है। नवीन जैन को वित्त विभाग से हटाकर सामान्य प्रशासन विभाग (जीएडी) में लगाया गया है।
इन अधिकारियों की जिम्मेदारी कम हुई:-
- आलोक गुप्ता – अध्यक्ष, प्रदूषण नियंत्रण मंडल
- दिनेश कुमार – प्रमुख सचिव, प्रशासनिक सुधार
- राजेश यादव – समन्वयक, हरिश्चंद्र माथुर संस्थान
- अम्बरीष कुमार – सचिव, खाद्य एवं आपूर्ति
- इकबाल खान – आयुक्त एवं संयुक्त सचिव, निःशक्तजन
इन अधिकारियों को मिली मजबूत जिम्मेदारियाँ:-
- गायत्री ए. राठौड़ – प्रमुख सचिव, चिकित्सा-स्वास्थ्य व चिकित्सा शिक्षा
- मंजू राजपाल – प्रमुख सचिव, सहकारिता
- डॉ. जोगाराम – सचिव, राजस्व-उपनिवेशन व पंचायती राज
- पुरुषोत्तम शर्मा – आयुक्त परिवहन, एमडी रोडवेज
- राजन विशाल – सचिव, वित्त (बजट)
वन विभाग में बड़ा फेरबदल: 33 आईएफएस अधिकारी बदले
राज्य सरकार ने वन विभाग में भी बड़ा बदलाव किया है। 33 भारतीय वन सेवा (IFS) अधिकारियों और 14 राजस्थान वन सेवा (RFS) अधिकारियों का तबादला किया गया है। वाइल्डलाइफ विंग में बड़ा परिवर्तन करते हुए शिखा मेहरा को प्रधान मुख्य वन संरक्षक (विकास) पद पर लगाया गया है। उनके स्थान पर के.सी.ए. अरुण प्रसाद को प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यजीव) नियुक्त किया गया है।
इन नामों को लेकर चर्चा तेज:-
- अखिल अरोड़ा मुख्यमंत्री के भरोसेमंद अफसरों में गिने जाते हैं। वित्त विभाग से हटाए जाने के समय भी माना जा रहा था कि उन्हें एसीएस सीएमओ बनाया जा सकता है।
- योजना भवन में सोना व नकदी मिलने के मामले में अरोड़ा ईडी की जांच में भी आए थे, चुनाव से पहले भाजपा नेताओं ने उन पर कई आरोप लगाए थे।
- पूर्व मुख्य सचिव पंत और शिखर अग्रवाल के बीच तनाव लंबे समय से चर्चा में रहा।
- चिकित्सा मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर और अम्बरीष कुमार के बीच खींचतान चलती रही थी।
- राजस्व मंत्री हेमंत मीणा का दिनेश कुमार से टकराव रहा, अब उन्हें प्रशासनिक सुधार विभाग भेजा गया है।
- राजेश यादव की नगरीय विकास मंत्री झाबर सिंह खर्रा और बाद में पर्यटन विभाग में दीया कुमारी से अनबन रही।
- आईएएस आलोक गुप्ता उद्योग विभाग में रुचि नहीं ले रहे थे और कई बार लंबे अवकाश पर रहे।
- रोहित गुप्ता पहले उद्योग विभाग में अजिताभ शर्मा की टीम का हिस्सा थे, अब उन्हें अक्षय ऊर्जा निगम का एमडी बनाया गया है।

