अयोध्या में ऐतिहासिक क्षण! पीएम मोदी ने राम मंदिर के शिखर पर किया ‘ध्वजारोहण’
अयोध्या के श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के इतिहास में मंगलवार का दिन महत्वपूर्ण बन गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और आरएसएस सरसंघचालक मोहन भागवत ने मंदिर के शिखर पर इलेक्ट्रिक सिस्टम से भगवा ध्वज फहराकर, दशकों के प्रयासों और संघर्ष से बने इस भव्य मंदिर के निर्माण की औपचारिक पूर्णता की घोषणा की। इस दौरान यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, बड़ी संख्या में श्रद्धालु और साधु-संत मौजूद रहे।
प्रधानमंत्री मोदी ने हाथ जोड़कर किया नमन
ध्वजारोहण कार्यक्रम वैदिक मंत्रोच्चार और पारंपरिक विधि-विधान के साथ अभिजीत मुहूर्त में संपन्न हुआ। प्रधानमंत्री मोदी ने हाथ जोड़कर भगवान श्रीराम को नमन किया और पूरा परिसर “जय श्री राम” के उद्घोष से गूंज उठा। यह कार्यक्रम मंदिर निर्माण की पूर्णता और करोड़ों भक्तों के वर्षों पुराने स्वप्न के साकार होने का प्रतीक बना।
20 फीट लंबा, 10 फीट ऊंचा विशेष ध्वज:-
मंदिर के शिखर पर लगाया गया ध्वज 10 फीट ऊंचा और 20 फीट लंबा समकोण त्रिभुजाकार है। इसमें विकिरणकारी सूर्य, ‘ओम’ का चिह्न और कोविदार वृक्ष की आकृति अंकित है, जो इसे गहरा सांस्कृतिक और आध्यात्मिक महत्व प्रदान करती है।
एक नए युग का संकेत: सीएम योगी
सीएम योगी आदित्यनाथ ने ध्वजारोहण के बाद प्रधानमंत्री मोदी और मोहन भागवत को मंदिर का लघु मॉडल और ध्वज की प्रतिकृति भेंट की। उन्होंने कहा कि राम मंदिर में ध्वजारोहण समारोह “एक नए युग” की शुरुआत का प्रतीक है। योगी ने इसे 140 करोड़ भारतीयों की आस्था और स्वाभिमान से जुड़ा क्षण बताया।
‘धर्म का प्रकाश अमर है’ — योगी आदित्यनाथ
सीएम योगी ने कहा कि यह मंदिर उन सभी कर्मयोगियों के समर्पण का परिणाम है, जिन्होंने वर्षों संघर्ष किया। उनके अनुसार, यह ध्वज धर्म, निष्ठा और न्याय की मूल भावना को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि 2014 के बाद लोगों के मन में जगी आस्था अब इस भव्य मंदिर के रूप में मूर्त रूप ले चुकी है।
मोहन भागवत का संबोधन — ‘बलिदानियों की आत्मा को शांति मिली’
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि मंदिर निर्माण और ध्वजारोहण का यह क्षण उन सभी लोगों के बलिदान को स्मरण करता है, जिन्होंने जीवनभर इस उद्देश्य के लिए संघर्ष किया। उन्होंने कहा कि आज “रामराज्य का ध्वज” मंदिर के ऊपर लहरा रहा है और यह सभी के लिए सकारात्मकता का संदेश है।
प्रधानमंत्री मोदी का संबोधन — ‘सदियों की वेदना आज समाप्त’
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज संपूर्ण देश और विश्व “राममय” है। उन्होंने कहा—
- सदियों पुराने घाव भर रहे हैं।
- सदियों का संकल्प आज सिद्धि को प्राप्त हो रहा है।
- यह ध्वज भारतीय सभ्यता के पुनरुत्थान का प्रतीक है।
पीएम मोदी ने हर आने वाले आगंतुक को सप्त मंडप अवश्य देखने का आग्रह किया, जो आस्था, मित्रता और सामाजिक समरसता का संदेश देते हैं।
ध्वजारोहण का व्यापक महत्व:-
विशेषज्ञों का मानना है कि प्रधान मंत्री द्वारा मंदिर के शिखर पर ध्वज फहराना सांस्कृतिक और राष्ट्रीय एकता का प्रतीक है। यह दर्शाता है कि राम मंदिर निर्माण केंद्र सरकार की प्राथमिकताओं में कितना महत्वपूर्ण रहा है। इस घटना ने देश के बड़े हिस्से में भावनात्मक जुड़ाव को और मजबूत किया है।
अयोध्या में उमड़ा जनसैलाब:-
प्रधानमंत्री के आगमन के साथ ही अयोध्या का माहौल उत्सवमय हो गया। साकेत कॉलेज हेलीपैड पर सीएम योगी ने पीएम मोदी का स्वागत किया, जिसके बाद रोड शो के रूप में काफिला मंदिर परिसर की ओर बढ़ा। रास्ते भर श्रद्धालुओं ने तिरंगा, रामध्वज और फूलों के साथ स्वागत किया। पूरा शहर “जय श्री राम” और “मोदी-मोदी” के नारों से गूंज उठा।

