Rajasthan:‘बालाजी’ के नाम से सेव था पाक एजेंट का नंबर; इंटेलिजेंस की गिरफ्त में आए जासूस के मोबाइल ने खोला राज; पढ़े पूरी खबर

राजस्थान इंटेलिजेंस की गिरफ्त में आए जासूसी आरोपी प्रकाश सिंह उर्फ बादल ने पाकिस्तान एजेंटों के मोबाइल नंबर अपने फोन में ‘बाबाजी’, ‘बालाजी’ और ‘बाला वीर’ जैसे धार्मिक नामों से सेव कर रखे थे। जांच अधिकारियों के अनुसार वह संदेह से बचने के लिए ऐसा करता था।

पंजाब के फिरोजपुर निवासी बादल को मंगलवार को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे 10 दिन के रिमांड पर इंटेलिजेंस को सौंपा गया। टीम उसे मौका-तस्दीक और नक्शा मिलान के लिए पंजाब लेकर जाएगी। उसके द्वारा किन सैन्य व भौगोलिक स्थानों की तस्वीरें पाक एजेंटों को भेजी गईं, इसकी पुष्टि भी कराई जा रही है। उसके सोशल मीडिया अकाउंट्स और बैंक लेनदेन की गहन छानबीन जारी है।

ऐसे दबोचा गया जासूस:-

श्रीगंगानगर के साधुवाली छावनी क्षेत्र में 27 नवंबर को उसकी संदिग्ध गतिविधियां देखे जाने पर इंटेलिजेंस ने उसे निगरानी में रखा और बाद में गिरफ्तार किया। आरोप है कि वह लंबे समय से आईएसआई नेटवर्क से जुड़ा था। छापेमारी में उसके पास से इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस, रिकॉर्डिंग गैजेट, इलाके के नक्शे और संदिग्ध सामग्री बरामद हुई। तकनीकी जांच में सामने आया कि वह मोबाइल और एन्क्रिप्टेड ऐप्स के जरिए संवेदनशील जानकारियां पाकिस्तान भेजता रहा है।

फोन में मिला संवेदनशील डेटा:-

उसके फोन और क्लाउड बैकअप में राजस्थान, पंजाब और गुजरात के सैन्य ठिकानों, बॉर्डर निर्माण कार्य और सेना की मूवमेंट से जुड़े वीडियोज व फोटोज मिले हैं। कई फाइलों के आईएसआई तक पहुंचने के संकेत भी मिले हैं।

ऑपरेशन सिंदूर के समय से संपर्क:-

सीआईडी इंटेलिजेंस के आईजी प्रफुल्ल कुमार के अनुसार, बादल ऑपरेशन सिंदूर के वक्त से पाक हैंडलरों से जुड़ा हुआ था और वॉट्सऐप सहित सोशल मीडिया के माध्यम से निर्देश प्राप्त करता था।