खाजूवाला, खाजूवाला में गोपाल गौ-सेवा संस्थान ने उपखण्ड अधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर स्टाम्प ड्यूटी सेस एवं मदिरा सेस की राशि का शत-प्रतिशत उपयोग गो-सेवा में करने की मांग की है।
अध्यक्ष शंकरलाल पारीक ने बताया कि सरकार द्वारा विधानसभा में 24 अगस्त को प्रस्ताव पारित कर नियम में संशाधन किया गया है। इसके तहत अब गो-सेवा के लिए प्राप्त राशि का उपयोग अन्य मद पर किया जा सकेगा। सरकार का यह निर्णय गो-सेवा विरोधी है। सरकार के द्वारा यह जो प्रयास किया जा रहा है उससे प्रदेश के गो-भक्तों में भारी असंतोष है। इसी के साथ ही मांग की कि सरकार छोटी गौ-शाओं जिनको दो वर्ष पूरे नहीं हुए जिनकी गोवंश की संख्या कम है ऐसी गौशालाओं को तुरन्त राहत पैकेज देकर संरक्षण प्रदान किया जावे ताकि वह गौशालाएं निरन्तर संचालित होती रहे। प्रदेशभर की सभी गौशालाओं को अनुदान नहीं दिया जाना न्यायसंगत नहीं है, इसमें नई गौ-शाला खोलने वाले गौभक्त भी हतोत्साहित होते है इस निर्णय को तुरन्त प्रभाव से वापस लिया जावे, सरकार द्वारा घोषणा की थी कि गौशालाओं को 9 महीने को अनुदान दिया जाए इसकी तुरन्त पालना हो क्यों कि वर्तमान में कोविड संचालन के चलते गौशालाओं की स्थिति बहुत ही चिंताजनक है। गौशालाओं को तुरन्त राहत प्रदान करे।