ACB Action: राजस्थान में 25 हजार की रिश्वत लेने वाला गिरदावर निकला करोड़पति, आय से 308 फीसदी अधिक संपत्ति देख अफसर भी चौंके

R.खबर ब्यूरो। डूंगरपुर, भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने बिलड़ी के तत्कालीन गिरदावर दिनेश पंचाल के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मुकदमा दर्ज किया है। जांच में सामने आया कि पंचाल ने अपनी वैध आय से 308 फीसदी अधिक संपत्ति इकट्ठी की है।

एसीबी चौकी प्रभारी रतनसिंह राजपुरोहित के अनुसार, 16 मई 2024 को डूंगरपुर एसीबी टीम ने गिरदावर दिनेश पंचाल को नामांतरण खोलने के बदले 25 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया था।

गिरफ्तारी के बाद भारी भरकम संपत्ति का खुलासा

गिरफ्तारी के बाद एसीबी ने उनके आवास पर सर्च ऑपरेशन चलाया। तलाशी में घर से 41 लाख 39 हजार 500 रुपए नकद जब्त हुए। इसके अलावा आरोपी और उसकी पत्नी के नाम—डूंगरपुर, तीजवड़, भण्डारिया, बिछीवाड़ा औद्योगिक क्षेत्र और आवासीय इलाकों में—फ्लैट व भूखंड मिले, जिनकी कुल कीमत 62 लाख 41 हजार 750 रुपए आंकी गई।

लॉकर से 86 लाख के गहने बरामद:-

तलाशी में आरोपी के घर और लॉकर से 86 लाख 41 हजार 718 रुपए के सोने–चांदी के आभूषण मिले। पोस्ट ऑफिस, LIC और बैंक खातों में 3.80 लाख रुपए अधिशेष मिले। इसके अलावा आरोपी के पास लग्जरी कार और अन्य वाहन भी पाए गए, जिनकी कीमत 22 लाख 32 हजार 376 रुपए है। बैंक खातों में संदिग्ध लेनदेन और अन्य खर्चों का कुल आंकड़ा 1 करोड़ 60 लाख 73 हजार 255 रुपए पहुंचा।

आय 1.26 करोड़, संपत्तियां 3.85 करोड़:-

जांच में स्पष्ट हुआ कि गिरदावर दिनेश पंचाल ने कुल 3 करोड़ 85 लाख 71 हजार 601 रुपए की चल–अचल संपत्तियां बनाई, जबकि वेतन और वैध आय मात्र 1 करोड़ 26 लाख 9 हजार 827 रुपए थी। यानी पंचाल ने अपनी आय से 308 प्रतिशत अधिक संपत्ति अर्जित की। इस आधार पर जयहिंद नगर निवासी दिनेश पुत्र नाथुलाल पंचाल के खिलाफ अधिक संपत्ति का मामला दर्ज किया गया है और जांच बांसवाड़ा एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ऋषिकेश मीणा को सौंप दी गई है।

मुख्यालय बदलने पर उठे सवाल:-

रिश्वत लेते पकड़े जाने के बाद विभाग ने आरोपी को निलंबित कर बिछीवाड़ा में मुख्यालय निर्धारित किया था, लेकिन बाद में उसे वापस डूंगरपुर कलक्ट्रेट की भू-अभिलेख शाखा में ही बैठा दिया गया। इस फैसले को लेकर भी कई सवाल खड़े हुए हैं।