राजस्थान हाई कॉर्ट के स्टे के बाद अशोक कुमार ने शुक्रवार को किया नगरपालिका अध्यक्ष पद पर कार्यभार ग्रहण


खाजूवाला नगरपालिका अध्यक्ष पद बना कटपुतली का खेल


खाजूवाला, राजस्थान हाईकॉर्ट के स्टे के बाद एक बार फिर से अशोक कुमार ने नगरपालिका अध्यक्ष के पद का कार्यभार ग्रहण किया है। शुक्रवार दोपहर को नगरपालिका अध्यक्ष अशोक कुमार अपने समर्थकों के साथ नगरपालिका परिसर पहुंचे और कार्यभार ग्रहण किया। हालांकि इस मौके अधिशासी अधिकारी नगरपालिका में उपस्थित नहीं थे। जिसपर उनके कार्यालय के बाहर दरवाजे पर न्यायालय के आदेशों की कॉपी व पत्र चिपकाकर अशोक कुमार ने नगरपालिका अध्यक्ष पद पर कार्यभार ग्रहण किया।


खाजूवाला नगरपालिका अध्यक्ष का पद के साथ मानों कटपुतली का खेल हो रहा है। एक माह में पहले 10 अशोक कुमार को स्वायत्त शासन विभाग के आदेशों पर निलम्बित कर दिया जाता है उसके बाद आनन फानन में मांगीलाल को अध्यक्ष बनाया जाता है और फिर कॉर्ट के स्टे के बाद फिर से अशोक कुमार अध्यक्ष बन जाते है। जैसे इस अध्यक्ष पद के लिए कोई खेल चल रहा हो। शुक्रवार को अशोक कुमार ने अपने समर्थकों के साथ नगरपालिका परिसर में आकर अध्यक्ष की कुर्सी पर बैठकर अपने आप को अध्यक्ष बताया वहीं अशोक कुमार ने राजस्थान हाईकॉर्ट के स्टे ऑर्डर की कॉपी दिखाते हुए बताया कि उन्हे स्टे मिल गया है। तो अब वह चेयरमैंन होंगे। इसके बाद कार्यकर्ताओं व वार्ड पार्षदों की मौजूदगी में अधिशासी अधिकारी कार्यालय जाकर देखा तो वहां ताला लगाया पाया गया। जिसपर अशोक कुमार ने वार्ड पार्षदों की मौजूदगी में अधिशासी अधिकारी के दरवाजे के ऊपर पत्र व हाई कॉर्ट के स्टे की कॉपी चस्पा कर दी तथा ईओं के खिलाफ नारेबाजी की।
हालांकि इस सम्बन्ध में अधिशासी अधिकारी अभिषेक गहलोत का कहना है कि उच्च न्यायालय के आदेशों की अनुपालना में अध्यक्ष ने कार्यभार ग्रहण किया है। जिसकी सूचना राज्य सरकार को प्रेषित कर दी गई है। कक्ष पर कार्यग्रहण रिपोर्ट चश्पा करने का कोई औचित्य नहीं था। अनावश्यक भीड़ को कार्यालय में लाकर कक्ष में घुसाने का प्रयास करना एवं भडक़ाऊ नारेबाजी करना मात्र एक राजनीतिक स्टण्ट है और अध्यक्ष भी लोक सेवक की श्रेणी में आते है। उनसे उसी प्रकार का गरीमा में व्यवहार अपेक्षित था।