फलौदी में भीषण दर्दनाक हादसे मामले में मुआवजे का ऐलान, मृतकों के परिजनों को 10 लाख रुपए देने की घोषणा
R.खबर ब्यूरो। राजस्थान के फलोदी में ट्रोले और टैंपो ट्रैवलर की टक्कर में 15 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि दो घायलों का इलाज एमडीएम अस्पताल में जारी है। मुआवजे की मांग को लेकर चल रहे धरना-प्रदर्शन के बीच सरकार और परिजनों के बीच वार्ता सफल रही। प्रभारी मंत्री मदन दिलावर के साथ सर्किट हाउस में हुई बैठक में समझौता हो गया।
मदन दिलावर ने कहा कि “जैसलमेर दुखांतिका की तरह ही फलोदी हादसे के पीड़ितों को भी पूरी सहायता दी जाएगी।” उन्होंने मृतकों के परिजनों को 10 लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की। इस दौरान सूरसागर विधायक देवेंद्र जोशी, पूर्व महापौर राजेंद्र गहलोत, समाजसेवी नरेंद्र कच्छवाहा सहित समाज के कई वरिष्ठजन मौजूद रहे। संभागीय आयुक्त डॉ. प्रतिभा सिंह, पुलिस कमिश्नर ओमप्रकाश, कलेक्टर गौरव अग्रवाल, जिला परिषद के अतिरिक्त सीईओ गणपत लाल सुथार और भाजपा जिला उपाध्यक्ष शिवकुमार सोनी भी बैठक में उपस्थित रहे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया और राहत राशि की घोषणा की। प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया — राजस्थान के फलोदी जिले में हुए हादसे में लोगों की मौत से दुखी हूं। इस कठिन समय में मेरी संवेदनाएं प्रभावित परिवारों के साथ हैं।
पीएम मोदी ने प्रत्येक मृतक के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से 2 लाख रुपये, जबकि घायलों को 50 हजार रुपये देने की घोषणा की है। राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने भी हादसे पर शोक जताते हुए ईश्वर से दिवंगत आत्माओं की शांति और परिजनों को धैर्य देने की प्रार्थना की।
पोस्टमार्टम के बाद आज शव परिजनों को सौंपे जाएंगे। देर रात तक अधिकारियों और समाज प्रतिनिधियों के बीच कई दौर की वार्ता चली। महात्मा गांधी अस्पताल की मोर्चरी पर विधायक देवेंद्र जोशी और कांग्रेस नेता करण सिंह उचियारड़ा सहित कई समाजसेवी मौजूद रहे।
विधि एवं न्याय मंत्री जोगाराम पटेल ने हादसे को “हृदय विदारक” बताते हुए कहा —समाचार ने मन को झकझोर दिया है। ईश्वर दिवंगत आत्माओं को शांति और घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें।
वहीं सूरसागर विधायक देवेंद्र जोशी ने भावुक शब्दों में कहा — यह क्षति केवल कुछ परिवारों की नहीं, पूरे जोधपुर की है। हर घर, हर दिल इस पीड़ा को महसूस कर रहा है। हम सभी इस दुःख की घड़ी में प्रभावित परिवारों के साथ हैं।

