बीकानेर, गुजरात से नॉर्थ इंडिया जाने वाली महंगे कोयले की सप्लाई में इंडोनेशिया का सस्ता कोयला मिलाने वाले गिरोह के 7 आरोपीयों को गिरफ्तार कर लिया गया है। नागौर सीओ विनोद सीपा ने बताया कि मुखबिर की सूचना पर एनएच 62 के रूप रजत चौराहे पर छापेमारी कर कोयले में मिलावट कर तस्करी का खुलासा किया है। यह गिरोह जेसीबी की मदद से गुजरात से आने वाले ट्रेलर की पैकिंग सील तोड़कर कोयला खाली किया जा रहा था। इसके बाद तस्करी गिरोह के लोग इसमें सस्ता कोयला मिला रहे थे। ऐसे में ये हर दो ट्रक से एक गाड़ी महंगा कोयला बचा रहे थे। इसके चलते इन्हे हर ट्रक से तकरीबन 4 लाख रुपये की अवैध कमाई हो रही थी। मौके से जेसीबी, क्रेन व ट्रेलर जब्त करते हुए 124 टन कोयला भी जब्त किया गया है।
नागौर सीओ विनोद सीपा के नेतृत्व में खींवसर पुलिस ने छापेमारी कर गिरोह के 7 सदस्यों धनराज जाट बैराथल कल्ला, मंदीप जाट झुन्झुनु, राजेश जाट झुंझुनूं, कुलदीपसिंह सिक्ख पंजाब, अवणसिंह भाकरोद, गुरुदेव सिंह पंजाब, राजूराम देवासी को गिरफ्तार कर मौके से जेसीबी , क्रेन व ट्रेलर जब्त करते हुए 124 टन कोयला भी जब्त किया है।
पुलिस के अनुसार एक ट्रेलर में 30 से 34 टन कोयला आता है। प्रत्येक में करीब 15-17 टन नकली कोयला मिलाकर करीब 4 लाख रुपए की कमाई कर रहे थे। ऐसे में हर माह करीब 50 लाख रुपए की हेराफेरी चल रही थी। गुजरात से कोकेपीट कोयला पंजाब जाता है जो बढ़िया क्वालिटी का और महंगा होता है। इसमें मिलावट के लिए आरोपी इंडोनेशिया से कोयला मंगाते थे। इंडोनेशिया से आया कोयला सस्ता आता है और क्वालिटी भी बेहद कमजोर होती है। ऐसे में आरोपी इंडोनेशिया के कोयले को बढ़िया क्वालिटी वाले कोयले में मिक्स कर रहे थे।
आरोपी कोयले की खदानों से कोयले का परिवहन करने वाले। ट्रेलर चालकों को मोटी रकम का लालच देकर अपने साथ मिला लेते और उन्हें विश्वास दिलाते थे कि इस काम को वो इतनी सफाई से करेंगे कि किसी को पता नही चलेगा। भावनगर से जब कोयला रवाना होता था तो ट्रेलर की तिरपाल को चारों और से सील किया जाता था लेकिन ये आरोपी इतने शातिर हैं कि भावनगर से रवाना होते समय ट्रेलर के लगाई गई पैकिंग सील को हटा देते। इसके बाद खुद के द्वारा बनाई गई हूबहू नकली सील वापस लगा देते।