











बीकानेर: युवाओं ने BJP विधायक का किया विरोध, बोले- गांव में एंट्री बंद, MLA का पलटवार- ‘मुझे कोई जवाब मंजूर नहीं’
R.खबर ब्यूरो। राजस्थान के बीकानेर जिले के श्रीडूंगरगढ़ तहसील के मोमासर गांव में बुधवार शाम एक अनोखा और तनावपूर्ण माहौल देखने को मिला। यहां आयोजित रक्तदान शिविर में पहुंचे स्थानीय विधायक ताराचंद सारस्वत का ग्रामीणों और युवाओं ने तीखा विरोध किया। विरोध का कारण राजनीति नहीं, बल्कि लंबे समय से जर्जर पड़ी सड़कें थीं।
‘जनप्रतिनिधि को गांव में घुसने नहीं देंगे’:-
मोमासर, आड़सर और जोरावरपुरा गांवों को जोड़ने वाली सड़क की हालत लंबे समय से खराब है। ग्रामीण कई बार अधिकारियों और नेताओं से निर्माण की मांग कर चुके हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। इसी नाराज़गी के चलते युवाओं ने एलान किया था कि जब तक सड़क का काम शुरू नहीं होगा, वे किसी भी जनप्रतिनिधि को गांव में प्रवेश नहीं करने देंगे।
‘वोट मांगना याद, समस्याएं भूल गए’:-
जैसे ही विधायक ताराचंद सारस्वत गांव के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) में रक्तदान शिविर में पहुंचे, युवाओं ने उन्हें घेर लिया और जमकर नारेबाजी की। ग्रामीणों का आरोप था कि चुनाव के समय नेता वोट मांगने तो आते हैं, लेकिन जनता की समस्याओं को पूरी तरह भूल जाते हैं।
विधायक का तीखा जवाब:-
विरोध बढ़ने पर विधायक ताराचंद सारस्वत भी आपा खो बैठे और युवाओं से बोले—“मुझे जवाब मत दो, मुझे जवाब बर्दाश्त नहीं।” उनके इस बयान से माहौल और गरमा गया।
DSP की एंट्री से शांत हुआ मामला:-
स्थिति बिगड़ती देख उप-प्रशासक जुगराज संचेती ने समझाने की कोशिश की, लेकिन भीड़ काबू में नहीं आई। आखिरकार पुलिस उपाधीक्षक (DSP) निकेत पारीक मौके पर पहुंचे और किसी तरह स्थिति को शांत कराया।
ग्रामीणों का साफ संदेश:-
घटना के बाद ग्रामीणों ने साफ चेतावनी दी कि जब तक सड़क निर्माण शुरू नहीं होता, तब तक गांव में किसी भी राजनेता का प्रवेश वर्जित रहेगा। उन्होंने कहा कि उनका आंदोलन सड़क बनने तक जारी रहेगा।

