











नई दिल्ली, माइक्रोसॉफ्ट टेक्नोलॉजीज के संस्थापक बिल गेट्स ने शुक्रवार को एक बड़ा ऐलान कर दिया है, जो वाकई में हैरान करने वाला है। बिल गेट्स ने 1975 में माइक्रोसॉफ्ट की स्थापना की थी। जिसके बाद उन्होंने इसे दुनिया का एक नम्बर ब्रांड बना दिया, बिल गेट्स दुनिया के सबसे अमीर आदमियों की श्रेणी में प्रथम स्थान पर भी रह चुके है। जो आज भी दुनिया के सबसे बड़े दस अमीरों में अपना स्थान रखते है, बिल गेट्स ने शुक्रवार को माइक्रोसॉफ्ट टेक्नोलॉजीज के बोर्ड से हटने का एलान किया। माइक्रोसॉफ्ट के पूर्ण-कालिक एग्जिक्यूटिव की भूमिका से उन्होंने 2008 में ही किनारा कर लिया था। अब बोर्ड से उनके हटने के बाद इसकी कुल सदस्य संख्या 12 रह जाएगी। 64 वर्षीय गेट्स ने कहा कि माइक्रोसॉफ्ट के बोर्ड से इस्तीफा देने से उन्हें अपनी ऊर्जा का इस्तेमाल परोपकार से जुड़े कामों के लिए करने में मदद मिलेगी। यह काम उनके दिल से जुड़ा है। गेट्स ने लिंक्डइन पर एक पोस्ट के जरिए इस बारे में जानकारी दी है। ‘फोकसिंग माय टाइम’ शीर्षक वाले इस पोस्ट में उन्होंने कहा है कि वह परोपकार से जुड़े कामों को ज्यादा वक्त देना चाहते हैं। इनमें लोगों का स्वास्थ्य, शिक्षा, विकास और जलवायु परिवर्तन को लेकर उनकी प्राथमिकताएं शामिल हैं।

 
 