खाजूवाला, भारतीय जनता पार्टी मंडल खाजूवाला द्वारा बुधवार को हल्लाबोल कार्यक्रम के तहत करणी माता मंदिर में बैठक का आयोजन किया गया। बैठक के बाद सभी पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन करते हुए उपखण्ड अधिकारी को मुख्यमंत्री के नाम का ज्ञापन दिया। इस मौके पर पूर्व संसदीय सचिव डॉ.विश्वनाथ मेघवाल व खाजूवाला प्रधान प्रतिनिधि धर्मपाल बिरड़ा भी उपस्थित रहे।
मंडल अध्यक्ष जगविन्द्र सिंह ने बताया कि भाजपा प्रदेश कार्यक्रम हल्ला बोल के तहत राज्य सरकार की जनविरोधी नीतियों व स्थानीय समस्याओं को लेकर करणी माता मन्दिर से राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए उपखण्ड कार्यालय आकर उपखण्ड अधिकारी खाजूवाला को ज्ञापन सौंपा गया। करणी माता मन्दिर मे पार्टी कार्यकर्ताओं का सम्बोधित करते हुए पूर्व संसदीय सचिव डॉ विश्वनाथ मेघवाल ने कहा कि पूरे प्रदेश में विभिन्न इलाकों में सत्ताधारी दल के नेताओं के गठजोड़ के चलते अवैध खनन चरम पर है व स्थानीय स्तर पर भी जिप्सम माफिया बिना किसी भय के पुलिस व प्रशासन के संरक्षण में प्राकृतिक संसाधनों को खोदकर राज्य सरकार को रोजाना लाखों रुपए का नुकसान कर रहे है। वहीं सरकार झूठे वादों की सरकार बन कर रह गई है। गहलोत सरकार ने शासन में आने के बाद सभी बातों को भुला दिया है। अपराधी बेखौफ हैं आमजन भयभीत है, महिलाओं के साथ बलात्कार, गैंगरेप, ब्लैक मेलिंग की घटनाएं लगातार बढ़ रही है, जुआ-सट्टे जैसे अपराध भी बेखौफ चल रहे हैं, सरकार के गलत सिंचाई पानी प्रबंधन की वजह से इस क्षेत्र के किसान की फसल आज चौपट होने के कागार पर आ गई है।
मंडल अध्यक्ष जगविन्द्र सिंह ने उपखण्ड अधिकारी को नहर बंदी के कारण गेहूं व चने की फसल में हुए खराबे की सर्वे करवाकर मुआवजा दिलाने की बात की व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खाजूवाला मे पिछले लंबे समय से स्त्री रोग विशेषज्ञ के पद रिक्त पड़ा है उसे भरने की मांग की गई। प्रधान प्रतिनिधि धर्मपाल बिरड़ा ने कहा कि क्षेत्र में करोड़ों रुपए की लागत से राजकीय महाविद्यालय का भवन बन रहा था। जो पिछले काफी समय से बन्द है। भवन अभी पूरा नहीं बनने के कारण विद्यर्थियों को इसका लाभ नहीं मिल रहा है। क्षेत्र में भ्रष्टाचार चरम पर है, बिजली के बिलों में बेतहाशा वृद्धि हुई है आम आदमी के लिए महीने का बिजली का बिल चुकाना भारी हो गया है। किसानों को फसली ऋण भी वितरित नहीं किया जा रहा है।

पंचायत समिति सदस्य दलित जालंधरा ने कहा कि खाजूवाला सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में सोनोग्राफी मशीन पिछले 12 वर्षों से ऑपरेटर नहीं होने के कारण बंद पड़ी है। जिसे शीघ्र चालू करने की मांग की गई। साथ ही नरेगा का कार्य बंद पड़ा है, जिससे गरीब का चुल्हा बंद है। नरेगा श्रृमिकों का पिछले 1 वर्ष से भुगतान अटका पड़ा है व जहां नरेगा मजदूरी 220 मिलनी चाहिए थी वहां 170 या 180 रुपए आ रही है। जिससे गरीब लोगों का जीवन यापन बेहद कठिन है। ज्ञापन में नरेगा कार्य को शीघ्र ही शुरू करवाने की मांग की गई है।
इस अवसर पर मंडल पूर्व अध्यक्ष शंकरलाल पारीक, संसदीय सचिव डॉ विश्वनाथ मेघवाल, प्रधान प्रतिनिधि धर्मपाल बिरड़ा, जिला उपाध्यक्ष युवा मोर्चा राकेश कस्वां, अमित ज्याणी, सुशील सारस्वत, राकेश सहोत्रा, प्रशांत सिहाग, राजेंद्र सतोड़, मदन लिंबा, सरपंच मांगीलाल मेघवाल, सांवरमल शर्मा, दलीप जलंधरा, रामदेव सोनी, विनोद चारण, जगदीश, लाजपत थोरी, मक्खन सिंह राठौड़, भीखाराम जाखड़, दिनेश देहड़ू, गोपाल गिरी, बलवंत सिंह, जगदीश प्रसाद, सुनील जालंधरा, गोपीराम, अमृतपाल, जनरल सिंह, ओमप्रकाश व विजय नेहरा उपस्थित रहे।