भाजपा की आम सभा का हुआ आयोजन, 26 को छतरगढ़ में होने वाली महासभा में किया आमंत्रित

उपखण्ड अधिकारी पर किया प्रदर्शन, एसडीएम के मार्फत मुख्यमंत्री को भेजा ज्ञापन


खाजूवाला, कांग्रेस सरकार चार साल पूरे होने पर जश्न मना रही है। जबकि जमीनी हकीकित है कि जनता इस सरकार से त्रस्त है। वहीं जनता अब राजस्थान से कांग्रेस सरकार से परेशान हो गई है। यह उद्बोधन खाजूवाला बिश्नोई धर्मशाला के सभागार में भाजपा की आम सभा में पूर्व संसदीय सचिव डॉ.विश्वनाथ मेघवाल ने कहे।
पूर्व मंत्री मेघवाल ने कहा कि राजस्थान में जूर्म इन चार वर्षों में बढ़ा है। सरकार चार सालों में ज्यादातर होटलों में चली है। कांग्रेस के चार सालों में भ्रष्टाचार चर्म पर रहा है वहीं विफलता पूर्ण रहा है। जिससे जनता में भाष आक्रोश व्याप्त है। जनता के भारी आक्रोष को देखते हुए भाजपा जनअक्रोश रैली का आयोजन किया। जिसमें लोगों को खूब समर्थन रहा। वहीं लोगों ने अब मन बना लिया है कि इस बार कांग्रेस सरकार का दामन छोड़ लोग भाजपा पर विश्वास दिखाएंगे। वहीं पूर्व मंत्री ने बताया कि खाजूवाला विधान सभा के छतरगढ़ में जन अक्रोश रैली को लेकर 26 दिसम्बर को महासभा का आयोजन किया गया है। जिसमें क्षेत्र वासियों को आमंत्रित किया गया है। इस सभा में सुरेन्द्रपाल टीटी, प्रभारी माधोराम चौधरी, सांसद निहालचन्द मेघवाल उपस्थित रहेंगे। आम सभा मे दर्जनों पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

ज्ञापन में की मांग:-
पूर्व संसदीय सचिव डॉ.विश्वनाथ मेघवाल ने भाजपा के पदाधिकारियों व आमजनों के साथ उपखण्ड कार्यालय पर प्रदर्शन किया। वहीं मुख्यमंत्री के नाम का ज्ञापन उपखण्ड अधिकारी के मार्फत भेजा है। ज्ञापन में बताया कि 24 दिसम्बर को सम्पूर्ण राजस्थान में होने वाली रीट परीक्षा से एक घंटे पूर्व उदयपुर जिले में बस में बैठे परीक्षार्थियों के पास पहले से ही पेपर आ गया। कुछ लोगों द्वारा पेपर लीक कर देने पर से लाखों परीक्षार्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया गया है। इसमें दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जावे। इसी के साथ ही सिंचाई विभाग के अधिकारियों द्वारा बनाया गया रेग्यूलेशन तीन में से एक ग्रुप पानी जनवरी में देने को लेकर भी रोष है। खाजूवाला क्षेत्र के किसानों को जनवरी माह में सिंचाई पानी की महती आवश्यकता है। जिसके कारण जनवरी में सिंचाई पानी चार में से दो ग्रुप में चलाने की मांग की है। साथ ही केजेडी टेल पर बैठे किसानों की समस्याओं का समाधान करने की मांग की गई है।