R.खबर ब्यूरो। बीकानेर, खेजड़ी वृक्ष को बचाने के लिए बिश्नोई समाज द्वारा सर्व समाज के साथ 26 दिसंबर को बीकानेर बंद का आह्वान किया है। इस कार्यक्रम को लेकर मंगलवार को बिश्नोई समाज के लोगों ने बीकानेर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का भी आयोजन किया। जिसमें बीकानेर बंद को लेकर जानकारी दी। दरअसल, जिले में लगातार सोलर कंपनियों द्वारा राज्य वृक्ष खेजड़ी को काटा जा रहा है। इस खेजड़ी को बचाने के लिए बिश्नोई समाज ने पूर्व में कई बार आंदोलन व धरना-प्रदर्शन किये। जिनमें सरकार व सरकार के नुमाईंदों द्वारा हर बार कार्रवाई का आश्वासन देकन धरना- प्रदर्शन समाप्त करवा दिया गया, लेकिन इन आश्वासनों को लेकर धरातल पर काम नहीं हुआ और खेजड़ी की कटाई लगातार जारी है। जिसको लेकर बिश्नोई समाज में भारी आक्रोश है। इसी को लेकर 26 दिसंबर को बीकानेर बंद का आह्वान किया गया है। जिसमें सर्व समाज के लोग शामिल होंगे।
बता दें कि राजस्थान में खेजड़ी को तुलसी के पौधों की तरह ही पूजा जाता है, बिश्नोई समाज पर्यावरण के प्रति काफी संवेदनशील माना जाता है, चाहे वह मामला हिरणों का हो या जंगलों को बचाने का। सदियों से बिश्नोई समाज ने प्रकृति को संरक्षित रखने और उसकी रक्षा के लिए हर संभव प्रयास किया है। कहा जाता है कि 11 सितंबर, 1730 को जोधपुर के पास एक छोटे से गांव में बिश्नोई समाज के 363 लोगों ने एक बहादुर महिला अमृता देवी के नेतृत्व में खेजड़ी के पेड़ों को काटने का विरोध किया था जिसके चलते उन्हें अपनी जान गवानी पड़ी।