











खाजूवाला, पूगल ब्रांच की बीएलडी नहर पर आए 400 फीट के कटाव का कार्य अब पूरा हो चुका है। पूगल ब्रांच में रविवार को सिंचाई के लिए पानी छोड़ा गया। पिछले 10 दिनों से इस नहर का दुरस्तीकरण व लाइनिंग का कार्य लगातार जारी था।
1 जुलाई की रात्रि को आए तेज तूफान और बारिश के चलते पुगल ब्रांच की 97 आरडी से निकलने वाली बीएलडी नहर की 102 आरडी पर लगभग 400 फीट का कटाव आ गया था। जिसके चलते 3 दिन पानी की बारी का नुकसान भी किसानों को झेलना पड़ा। मौके पर सिंचाई विभाग के अधिकारियों के अलावा खाजूवाला तहसीलदार विनोद बिश्नोई भी मौके पर पहुंचे थे व टूटी नहर की जल्द ही मरम्मत करने व लाइनिंग कर पक्का कार्य करने का आश्वासन भी किसानों को दिया था। अधिकारियों द्वारा दिए गए आश्वासन के अनुरूप 10 दिनों में बीएलडी नहर पर युद्ध स्तर पर नहर के निर्माण कार्य को पूरा किया गया। वरीयतानुसार इस नहर में रविवार को सिंचाई पानी छोड़ा गया।
गौरतलब है कि इससे पूर्व भी इसी बीएलडी नहर की 37 आरडी पर 500 फीट का कटाव आ गया था। 11 मई की रात्रि में आए तेज अंधड़ व बारिश के चलते लगभग 500 फीट नहर टूट गई थी, 7 दिन तक बारी पिटने के बाद किसानों को पानी दिया गया। ऐसे में बीएलडी नहर के लगातार टूटने के कारण जहां किसानों की बारिया पीट रही है तो वहीं इस बार भी नहर टूटने से 3 दिन सिंचाई पानी का नुकसान भी किसानों को झेलना पड़ा। मौके पर जल संसाधन खंड छतरगढ़ अधीक्षण अभियंता रामसिंह मौके पर पहुंचे व नहर के निर्माण कार्य का जाएजा लिया।
16 बीएलडी चक के नहर संगम अध्यक्ष रामुराम गुर्जर के नेतृत्व में अनेक किसान मौके पर पहुंचे व सिंचाई विभाग के अधीक्षण अभियंता रामसिंह से किसानों ने कहा कि हमें 3 दिन अतिरिक्त पानी देकर हमारी फसलों को बचाया जाए। इस मौके पर रामसिंह ने किसानों को आश्वस्त करते हुए कहा कि निश्चित रूप से पीछे से पानी बढ़ाकर किसानों को अतिरिक्त पानी देने पर रेगुलेशन चीफ से बात कर विचार विमर्श किया जाएगा। वहीं सिंचाई विभाग के लिए सबसे बड़ी चुनौती यह है कि नहर किनारे खड़े पेड़ तेज आंधी आने से अक्सर पेड़ नहर में गिरते हैं जिसकी डाफ लगने से नहर टूट जाती है। हालांकि अब सिंचाई विभाग व वन विभाग की सामजस्य के चलते नहर पर झुके हुए पेड़ों की छगाई का कार्य भी कई जगहों पर शुरू हो चुका है। सिंचाई विभाग खाजूवाला अधिशासी अभियंता रजनीश चैतन्य, सहायक अभियंता नीतीश कुमार नागर, कनिष्ठ अभियंता अंकित बाणिया, विकास मंडा, हीराराम सहित अनेक लोग इस दौरान मौके पर मौजूद रहे।

 
 