एसीबी ने पूर्व महापौर के खिलाफ दर्ज किया केस, पति के कई बैंक अकाउंट में लेन-देन

भष्ट्राचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने नगर निगम हैरिटेज की पूर्व महापौर मुनेश गुर्जर व उनके पति के खिलाफ सोमवार को केस दर्ज किया है। उनकी ओर से आय से 315 प्रतिशत अधिक परिसंपत्तियां अर्जित की गई है। एसीबी को आय से 1.59 करोड़ रुपए ज्यादा मिले है। उनके पति सुशील के कई बैंक अकाउंट में लेन-देने होना भी सामने आया है। एसीबी के मुताबिक, नगर निगम हैरिटेज की पूर्व महापौर मुनेश गुर्जर के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का केस दर्ज किया गया है। महापौर मुनेश के साथ ही उनके पति सुशील कुमार गुर्जर पर भी मुकदमा दर्ज किया गया है। पट्टे देने के एवज में रिश्वत लेने के मामले में फंसी पूर्व महापौर मुनेश गुर्जर ने अपने 33 महीने के कार्यकाल के दौरान अपनी कुल आय से करीब 315 प्रतिशत ज्यादा संपत्ति अजीत की थी। एसीबी ने करीब 2 साल तक जांच के बाद सोमवार को मुनेश और उसके पति सुशील गुर्जर के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का मामला दर्ज किया। जांच में सामने आया कि मुनेश जब मेयर बनीं तक उसके पास करीब 23 लाख 84 हजार रुपए की संपत्ति थी। मेयर बनने के 33 माह बाद एसीबी ने जब पट्टे की एवज में रिश्वत लेने का मामला उजागर किया, तब संपत्ति दो करोड़ नौ लाख की हो गई। अब जांच एएसपी संदीप सारस्वत का सौंपी गई है। एसीबी ने जांच में माना कि 33 माह के कार्यकाल में मुनेश व सुशील गुर्जर की वास्तविक आय, वेतन व पूर्व निवेश पर ब्याज सहित कुल 50 लाख 57 हजार होना सामने आया। साथ ही खर्च में करीब नौ लाख 54 हजार रुपए माना। मुनेश ने अपने महापौर कार्यकाल के दौरान शुद्ध आय 50 लाख 57 हजार रुपए थी, जबकि महापौर पद पर रहते हुए कुल संपत्ति करीब 2 करोड़ 9 लाख रुपए अर्जित कर ली। जो की अपनी आय से 315 प्रतिशत ज्यादा है। मुनेश गुर्जर ने 10 नवम्बर 2020 से 4 अगस्त 2023 के बीच पद का दुरूपयोग कर अपनी आय से 1.59 करोड़ रुपए आय से अधिक संपत्ति अर्जित की। जांच में यह भी सामने आया है कि उनके पति के नाम से भी कई बैंक खातों में लेने-देन हुआ।