सावधान: शहर में केमिकल डालकर बना रहे पनीर, 1100 किलो जब्त, ऐसे करें असली-नकली की पहचान
R.खबर ब्यूरो। राजस्थान, सावधान! बाजार में इन दिनों बिकने वाला पनीर मिलावटी आ रहा है। बता दें कि चंद मुनाफे के फेर में शहर व आसपास में कुछ लोग केमिकल डालकर पनीर बनाते हुए बड़ी-बड़ी दुकानों पर सप्लाई कर रहे हैं और वहां से बल्क में शादी ब्याह व बड़े आयोजनों में यह बेचा जा रहा है। इसका खुलासा उदयपुर के नवानिया गांव में एक फैक्ट्ररी में मिले मिलावटी पनीर से हुआ। खाद्य विभाग व पुलिस की टीम ने स्पष्ट किया कि संचालक कई तरह के केमिकल मिलाकर उसे तैयार कर रहा था। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की फूड टीम ने बरामद 1100 किलो पनीर को नष्ट किया। मौके पर पनीर के लिए नमूनों की अभी जांच की जा रही है। जांच रिपोर्ट के आधार पर टीम अग्रिम कार्रवाई करेगी। गौरतलब है कि पुलिस व फूड टीम ने नवानिया गांव में एक फैक्ट्ररी में नकली पनीर पकड़ा था। जांच में पता चला कि आरोपी फैक्ट्ररी में जीरो फैट में पनीर बना रहा था, जबकि पनीर बनाने में 4 फैट होना चाहिए।
पकड़ में आए मिलावटी पनीर की गणित:-
- पनीर के निर्माण में 4 फैट की जरुरत होती है, यह बिना फैट के तैयार किया जा रहा था।
- 1100 किलो पनीर पकड़ा इसके निर्माण के लिए चाहिए था 5500 लीटर दूध
- आरोपी संचालक 2000 लीटर दूध से तैयार कर रहा था 1100 किलो पनीर
- 1100 किलो पनीर में दूध का खर्च होना था 3.52 लाख रुपए
- 2000 लीटर दूध बनना था 400 किलो पनीर, बन रहा था 1100 किलो
- दूध, लेबर व सप्लाई मिलाकर 280 से 300 रुपए किलो का आ रहा पनीर का खर्च
- आरोपी संचालक दुकानों पर 180 रुपए में बेच रहा था, दुकानदार 320 रुपए किलो में
- गड़बड़ी के बावजूद आरोपी संचालक 180 रुपए किलो में कमा रहा था मुनाफा
ऐसे करें असली-नकली पनीर की पहचान:-
- पनीर को गर्म करें, वह असली होगा तो ये हल्का सुनहरे रंग का होने लगेगा नकली होगा तो वह पिघलने लगेगा और टूटने लगेगा।
- पनीर को पहचानने के लिए मसल कर देखें, अगर पनीर टूटकर बिखरने लगे तो समझ लें कि नकली है, क्योंकि इसमें मौजूद स्कीड मिल्क पाउडर ज्यादा दबाव सहन नहीं कर सकता है।
- असली पनीर सॉफ्ट होता है, अगर वह टाइट है तो मिलावटी है। टाइट पनीर खाते समय रबड़ की तरह खींचता है।