











बीकानेर, शहर में सिटी बस शुरू करने को लेकर छह महीने से चल रही कस्मकस में रूट डिस्टेंस और स्टोपेज सर्वे का काम अब तक नहीं हो पाया है।
छह महीने पहले तत्कालीन कलेक्टर नमित मेहता ने आरटीओ की अध्यक्षता में कमेटी बनाकर नगर निगम, यूआईटी के अधिकारी और टीआई को इसकी प्रक्रिया पूरी करने का काम सौंपा था। छह माह में अब तक यह तय हुआ है कि बड़ी बसें चलाने की बजाय आठ-दस सीटर टाटा मैजिक और महिन्द्रा मैक्सिको जैसी गाड़ियां चलाना उचित रहेगा। इसके अलावा शहर के लगभग 12 रूट पर भी तय हो गए।
टीम रूट डिस्टेंस और उनमें स्टॉपेज कहां और कितने होंगे, यह तय करने के बाद कलेक्टर यह रिपोर्ट सरकार को भेजेंगे जिसके बाद तय रूट पर गाड़ियां चलाने की अनुमति मिलेगी।

 
 