राजस्थान में बढ़े बिजली के टैरिफ को लेकर उद्योग जगत में चिंता, रोजगार पर असर की आशंका
R.खबर ब्यूरो। राजस्थान विद्युत विनियामक आयोग (आरईआरसी) द्वारा हाल ही में जारी किए गए नए बिजली टैरिफ आदेश को लेकर एप्लॉयर्स एसोसिएशन ऑफ राजस्थान (ईएआर) ने गहरी चिंता जताई है। आयोग के आदेश में रेगुलेटरी सरचार्ज (पूर्व फ्यूल सरचार्ज) और स्थायी शुल्क में वृद्धि की गई है, जिसे ईएआर ने औद्योगिक उपभोक्ताओं पर अत्यधिक वित्तीय बोझ डालने वाला बताया।
रोजगार पर नकारात्मक असर:-
ईएआर के अध्यक्ष एन. के. जैन ने कहा कि पहले से ही वैश्विक और घरेलू आर्थिक मंदी, बढ़ती उत्पादन लागत और घटती मांग के दबाव में उद्योग संघर्ष कर रहे हैं। इस नए टैरिफ से उद्योगों की उत्पादन लागत और बढ़ेगी, जिससे रोजगार पर भी नकारात्मक असर पड़ेगा।
बिजली का एक सरल रेट चाहिए:-
सचिव एस. के. पाटनी ने सरकार और आयोग से आग्रह किया कि संशोधित टैरिफ और रेगुलेटरी सरचार्ज को तत्काल वापस लिया जाए और बिजली की वसूली चरणबद्ध तथा उद्योग-सुलभ तरीके से लागू की जाए। उन्होंने सुझाव दिया कि सभी फिक्स चार्ज और सरचार्ज को एक साथ समाहित कर बिजली का एक समान रेट जारी किया जाए।

