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खाजूवाला, खाजूवाला विद्युत विभाग कार्यालय के उपभोक्ताओं को अक्सर बिल नहीं मिलते है। बिल बनते तो है लेकिन वह बिल उपभोक्ताओं तक नहीं पहुंच पाते है और पहुंचे भी कैसे विद्युत विभाग की स्थिति ग्रामीण क्षेत्रों में काफी दयनीय है। यहां अगर लाइन में फाल्ट आ जाता है तो कई दिनों तक सुध नहीं ली जाती है। बिल बाँटने का जिम्मा ठेकेदार का है। ग्रामीण क्षेत्रों में बिल बस द्वारा या फिर किसी व्यक्ति के हाथ आबादी तक तो पहुंचा दिए जाते है लेकिन घर तक वह नहीं पहुंच पाते क्योंकि जिम्मेदार व्यक्ति नहीं होने पर यह बिल आबादी की किसी दुकान या फिर यू ही फैंक दिए जाते है। जिससे आवारा पशु इन्हे खा जाते है और उपभोक्ता के बिल नहीं पहुंचने के अभाव में बिल नहीं भरा जाता है और राशि चढ़ती जाती है।

खाजूवाला के चक 8 केवाईडी में बिजली के बिल खाती हुई गाय।


खाजूवाला विद्युत विभाग के अन्र्तगत ग्राम पंचायत 8 केवाईडी में ऐसा नजारा शुक्रवार को देखने को मिला। यहां बिल एक दुकान के आगे डाल दिए गए तो एक पशु ने उसे खाने का सामान समझकर खा लिये। उपभोक्ता अपने बिलों का घरों पर ही इंतजार करते रहते है। लेकिन बिल पहुंचे तो पहुंचे कैसे। जबकि विद्युत विभाग द्वारा बिल बाँटने के ठेके दिए जाते है। जो कि ठेकेदार ले तो लेता है लेकिन अपना कार्य नहीं करता है। लाइनमैन का यह दायित्व है कि वह रिडिंग लाए व ठेकेदार बिल बनने के बाद नियमत रूप से बिल उपभोक्ताओं के घर तक पहुंचाए। लेकिन ऐसा होता नहीं है। ठेकेदार घर बैठे ही ठेके की राशि विभाग से वसूल लेते है और अपना कार्य नहीं करते है। जिसके कारण उपभोक्ताओं को परेशानी का सामना करना पड़ता है। उपभोक्ता को जब तक पता चलता है तब तक वह अपने आप को ठगा सा महसूस करता है और उसके बिल की राशि काफी ज्यादा बढ़ जाती है। उपभोक्ता यह भारी भरकम रकम भरने में असमर्थ होता है तो विभाग उसका कनेक्शन काट देता है। गलती विभाग की परन्तु हर्जाना उपभोक्ताओं को भरना पड़ता है। ऐसे कई गाँवों का हाल है।

वर्जन
खाजूवाला के चक 8 केवाईडी में विद्युत विभाग द्वारा उपभोक्ताओं के बिजली बिल घर-घर नहीं पहुंचाकर किसी एक दुकान तक पहुंचा दिए जाते है तथा कई बार आवारा सामान की तरह फैंक दिए जाते है जिससे ये बिल अक्सर आवारा पशु खा जाते है। जिससे उपभोक्ताओं बिल मिलता नहीं है और वह बिल भर नहीं पाता है। यह समस्या काफी पुरानी है। इस सम्बन्ध में उच्चाधिकारियों को बार-बार अवगत करवाया गया है। लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई है।

सहीराम मेघवाल
ग्रामीण

वर्जन
खाजूवाला के 8 केवाईडी से शिकायत मिली है बिल बाँटने का कार्य ठेकेदार का है। अगर ठेकेदार कार्य सही से नहीं करता है तो उसके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी और उसका ठेका निरस्त कर दिया जाएगा।
अजय कुमार गोठवाल
कनिष्ठ अभियन्ता, 18 बीडी, खाजूवाला