











खाजूवाला, खाजूवाला क्षेत्र में नरेगा कार्यों में भ्रष्टाचार का आलम है। जिसको लेकर कई बार विभाग को ग्रामीणों द्वारा शिकायतें की जाती है तथा कई ग्राम पंचायतों में तो मस्ट्रोल भरकर कार्य बताया जाता है जबकि मौके पर ना तो लेबर मिलती है और न ही मौके पर कार्य होते है तथा कहीं कहीं तो जोबकार्ड आधा-आधा रुपए के हिसाब से चलता है। जिसके चलते भ्रष्टाचार लगातार बढ़ रही है। जिसकी लगातार खाजूवाला प्रधान को शिकायत की गई। जिसपर शुक्रवार को प्रधान ममता बिरड़ा ने मौके पर जाकर देखा तो धरातल पर चौकाने वाली तस्वीरें सामने आई।
पंचायत समिति खाजूवाला प्रधान ममता बिरड़ा ने शुक्रवार को कई ग्राम पंचायतों का दौरा किया। यहां ग्राम पंचायतों में नरेगा को लेकर लोगों द्वारा बार बार शिकायतें की जा रही थी। प्रधान ने बताया कि लोगों का कहना है कि ग्राम पंचायत में नरेगा में किए जा रहे कार्यों की घटिया सामग्री लगाने और बिना लेबर के ही मस्टरोल भरने आदि का काम बड़े लेवल पर किया जा रहा है। इस दौरान प्रधान ममता बिरड़ा ने ग्राम पंचायत माधोडिग्गी सहित कई ग्राम पंचायतों का निरीक्षण किया। जिसमें नरेगा कार्यों पर लेबर नहीं मिली। प्रधान द्वारा आसपास के लोगों से जानकारी ली गई तब लोगों ने बताया कि काफी दिनों से यहां लेबर नहीं काम कर रही है। ग्राम पंचायत माधोडिग्गी में पदस्थापित ग्राम विकास अधिकारी सुरेंद्र मीणा को संपर्क किया तो ग्राम विकास अधिकारी ने प्रधान का फोन ही नहीं उठाया और वहां से किसी भी प्रकार के मस्ट्रोल इत्यादि दिखाने में लापरवाही की। जिसके चलते प्रधान ने ग्राम विकास अधिकारी खिलाफ विकास अधिकारी, जिला परिषद और जिला कलेक्टर को पत्र लिखकर उक्त विभागीय कार्रवाई करने और विभिन्न पंचायतों में नरेगा में हो रहे भ्रष्टाचार की कमेटी बनाकर जांच के लिए अनुशंसा की है।

