नरेश मीना Naresh Meena के साथ पकड़े गए 52 आरोपियों को कोर्ट ने भेजा जेल !


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नरेश मीना की गिरफ्तार के बाद निवाई मुंसिफ मजिस्ट्रेट कोर्ट में पेश करने को लेकर चर्चा होती रही। सिविल ड्रेस में पुलिस के जवान कोर्ट के आसपास क्षेत्र स्थिति का जायजा लेकर उच्चाधिकारियों को रिर्पोट करते रहे। (Naresh Meena Thappad Kand)

R.खबर ब्यूरो। टोंक के समरावता गांव में एसडीएम थप्पड़कांड और उसके बाद हुए बवाल-आगजनी के मामले में पुलिस ने नरेश के साथ अन्य 52 आरोपियों को भारी पुलिस सुरक्षा में शुक्रवार को मुंसिफ मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया। जहां निवाई और सदर थाने समेत अतिरिक्त पुलिस जाप्ते के साथ आरोपियों को न्यायालय लेकर आया गया। जहां वकीलों ने मजिस्ट्रेट के समक्ष सभी 52 आरोपियों की जमानत का प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किया। पुलिस ने सभी 52 आरोपियों को जेल भेजने के आदेश देने की गुहार लगाई। दोनों पक्षों की सुनवाई के बाद मुंसिफ मजिस्ट्रेट ने 52 जनों को जेल भेजने के आदेश दिए। (SDM Thappad Kand)

मौके पर पुलिस जाप्ता रहा तैनात:-

गिरफ्तार नरेश मीणा को निवाई मुंसिफ मजिस्ट्रेट कोर्ट में पेश करने को लेकर दिन भर चर्चा होती रही। सिविल ड्रेस में पुलिस के जवान कोर्ट के आसपास क्षेत्र स्थिति का जायजा लेकर उच्चाधिकारियों को रिर्पोट करते रहे। आखिर शाम तीन बजे निवाई थानाधिकारी हरिराम वर्मा और सदर थानाधिकारी जयमल सिंह जाप्ते के साथ न्यायालय परिसर पहुंचे। जहां पुलिस जाप्ते को देखकर सबको लगा कि जल्द ही नरेश मीना को न्यायालय में पेश किया जाएगा।

हाइवे पर भी निगरानी करती रही पुलिस की टीमे:-

देवली-उनियारा सीट पर हुए विधानसभा उपचुनाव में मतदान के दौरान हुए बवाल से टोंक-सवाईमाधोपुर और उनियारा-गुलाबपुरा हाइवे अवरुद्ध हो गया। गुरुवार को यह हाइवे बंद रहे। ऐसे में इस मार्ग से आवागमन करने वाले यात्रियों को परेशानी हुई, लेकिन शुक्रवार को दोनों हाइवे खुल गए। इस पर पुलिस गश्त कर निगरानी करती रही। हालांकि क्षेत्र में अभी पुलिस बल तैनात है। इसके चलते लोगों को आगवामन में सुविधा मिल गई।

समरावता घटना को लेकर चक्का-जाम की चेतावनी:-

निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीना व ग्रामीणों को गिरफ्तार करने विरोध में समर्थकों ने दौलता मोड हाइवे पर चक्का जाम की चेतावनी दे डाली। शुक्रवार को दर्जनों युवा दौलता मोड बालाजी मंदिर परिसर एकत्रित हुए थे। पुलिस प्रशासन के अधिकारी भी बैठक में पहुंच गए। जहां वार्ता की।

समझाइश बाद चक्काजाम टाल दिया और विरोध व्यक्तकर राज्यपाल व मुख्यमंत्री के नाम अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा। इससे पहले दौलता मोड पर युवाओं ने पुलिस एवं प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर विरोध व्यक्त किया। इन्होंने गुरुवार को ही पुलिस प्रशासन को गिरफ्तार युवाओं एवं नरेश मीणा को रिहाई नहीं करने पर चक्का जाम करने की चेतावनी दी थी। इसके चलते अधिकारियों ने माहौल नहीं बिगड़ने को लेकर सुरक्षा के पर्याप्त जाप्ता बुलाया गया।