किसानों ने अधिकारियों से की शिकायत
खाजूवाला, सरकार की ओर से करोड़ों रुपए लगाकर इन दिनों नहरों की मरम्मत कार्य किया जा रहा है लेकिन ठेकेदारों द्वारा घटिया सामग्री का उपयोग करने की शिकायत मिली है। भारतीय किसान संघ ने खाजूवाला वितरिका के निर्माण में घटिया सामग्री से जगह-जगह नहर में दरारें आने की शिकायत मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर की है।
जिला मंत्री शिवदत्त सीग्गड़ ने बताया कि नहर में दुबारा निर्माण कार्य चल रहा है। इसमें घटिया सामग्री लगाई गई है। केजेडी की आरडी 45 से 100 बीच प्रत्येक 12 फीट पर नहर में एक दरार है जो नहर केआर-पार चली गई है। एक आरडी में एक हजार फीट की लम्बाई होती है और 55 आरडी तक लम्बाई में कई हजार दरारें आ गई है।
किसानों एवं अध्यक्षों ने घटिया सामग्री लगाने के बारे में कई बार ठेकेदारों तथा अधिकारियों को अवगत करवाया लेकिन कोई सुनवाई नही हुई। जब 14 केजेडी में किसानों ने देखा कि घटिया निर्माण सामग्री लग रही है तो विरोध करने पर एईएन व जेईएन ने स्वीकार किया कि बजरी में चिकनी मिट्टी आ गई है। इसके बाद कार्य कुछ दिन ठीक चला और फिर वहीं घटिया सामग्री लगाने लग गए। इस पर फिर से अवगत करवाया गया लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला। जिससे परेशान होकर किसानों व अध्यक्षों ने आरडी 123 पर नहर का कार्य रुकवाया दिया। इस पर ठेकेदार अधिकारियों के साथ पहुंचा तथा गलती मानी। दो दिन कार्य बन्द होने के बाद में ठेकेदार ने नहर का काम दुबारा शुरू कर दिया। केजेडी नहर की आरडी 45 से 122 तक घटिया सामग्री लगने से नहर में जगह-जगह दरारें आ गई है। सभी अधिकारियों को सूचित किया गया है लेकिन कोई समाधान नहीं हो पाया है। किसानों ने मांग की है कि केजेडी की आरडी 45 से 122 के बीच सभी जगह घटिया सामग्री लगी है।यहां किसान धर्मपाल, सुभाषचन्द्र, रामफल, जगदीश, बलराम, कुसाराम, गोपालराम, श्रवण कुमार, सुरजमल, सोहनलाल, लाला खातून, महेन्द्र सिंह, बलकरण, पदमाराम, पतराम सहित किसानों ने विरोध व्यक्त किया है।
इनका कहना है
इस सम्बन्ध में शिकायत मिली थी। इस पर क्वालिटी कंट्रोल से जांच करवा ली गई है। जांच में निर्माण कार्य सही बताया गया है तथा किसानों के द्वारा मिली शिकायत पर भी जांच करवा ली जाएगी।
ओमप्रकाश, अधिशासी अभियन्ता, सिंचाई विभाग खाजूवाला