Crime News: बैंक कैशियर ने बच्चों के खेल में इस्तेमाल की जाने वाली नोट से की 22 लाख की धोखाधड़ी, ऐसे हुआ खुलासा

R.खबर ब्यूरो। बाड़मेर, बालोतरा जिले के खेड रोड स्थित एक निजी बैंक शाखा में बड़ी धोखाधड़ी का खुलासा हुआ है। 19 नवंबर को कैश वेरिफिकेशन के दौरान बैंक वॉल्ट में 22 लाख रुपए से अधिक की कमी सामने आई।

जांच में पता चला कि कैशियर ह्रदय यादव ने असली नोटों की जगह बच्चों के खेलने वाले नोट रखकर बैंक को चूना लगाया। डीवाईएसपी अनिल पुरोहित के मुताबिक आरोपी को रविवार को गिरफ्तार कर 5 दिन की रिमांड पर भेज दिया गया है। शिकायत बैंक शाखा प्रमुख मयंक जुगतावत ने दर्ज कराई थी। यादव अप्रैल 2024 से यहां कार्यरत था।

कैसे पकड़ा गया खेल?

  • 19 नवंबर को शुरुआती गिनती में 71 हजार रुपए की कमी दिखी।
  • पूछताछ में यादव ने किसी भी गलती से इनकार कर दिया।
  • इसके बाद ऑपरेशन हेड गोविंद थाड़ा ने वाउचर एंट्रीज़ जांचीं, जो सभी सही निकलीं।
  • संदेह बढ़ने पर वॉल्ट के सभी बंडलों की दोबारा गिनती कराई गई।
  • इस दौरान 500 रुपए के नोटों के बंडलों में 100 रुपए के बच्चों वाले नोट मिले।
  • हर बंडल में 554 असली नोटों के बीच 5–7 फर्जी नोट मिले।
  • अंतिम गिनती में कुल 22 लाख से ज्यादा की रकम गायब मिली।

ऑनलाइन मंगवाए थे बच्चों वाले नोट:-

पूछताछ में यादव ने बताया कि उसने पूरी रकम एक रिफाइनरी में काम करने वाले व्यक्ति को दी थी, जिसने उसे सरकारी नौकरी दिलाने का झांसा दिया था। पुलिस जांच में यह भी सामने आया कि यादव ने Amazon से बच्चों वाले नोट ऑर्डर किए थे और बदले हुए बंडलों को सेफ रूम में छिपाकर रखा था।

संदिग्ध लेन-देन और नया नाम सामने आया:-

यादव के ईमेल, बैंक स्टेटमेंट और सेंट्रल बैंक अकाउंट में कई संदिग्ध ट्रांजैक्शन मिले हैं। जांच अधिकारी बाबूलाल के अनुसार, मामले में आदित्य नाम के एक और व्यक्ति की भूमिका भी सामने आ रही है, जिसके पास रकम पहुंचाई गई थी।
फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर आगे की जांच शुरू कर दी है।