











Cyber Thugs New Trap : शादी का कार्ड खोलते ही बैंक खाता हो सकता है जीरो, साइबर ठगों का है नया जाल, कैसे बचें, जानें
R.खबर ब्यूरो। राजस्थान, साइबर ठग ऑनलाइन ठगी के तरीके लगातार बदलते जा रहे हैं। अब ठग आधार कार्ड अपडेट, शादी के कार्ड, सिम बंद होने या बैंक वेरिफिकेशन के नाम पर भेजे गए लिंक के जरिये लोगों के बैंक खाते खाली कर रहे हैं।
केंद्रीय साइबर क्राइम विभाग ने बढ़ती शिकायतों के बाद लगभग 1000 खतरनाक एंड्रॉयड पैकेज किट (APK) फाइलों की सूची गूगल को भेजी है, ताकि ऐसी फाइलों का दोबारा इस्तेमाल न हो सके।
क्या होती है APK फाइल और क्यों है खतरनाक:-
एपीके फाइलें एंड्रॉयड मोबाइल ऐप इंस्टॉल करने का एक माध्यम होती हैं, लेकिन ठग इन्हीं फाइलों में मैलवेयर छिपाकर बैंकिंग डिटेल चुरा लेते हैं। साइबर विशेषज्ञों के मुताबिक, अज्ञात लिंक से आई ऐसी फाइलें खोलने पर फोन हैक हो सकता है और खाते से पैसे ट्रांसफर हो सकते हैं।
एक माह में कई ठगी के मामले:-
- धौलपुर में, एक बिल्डर के नाम पर फर्जी लेटर पैड से बैंक को फोन कर ठगों ने एपीके फाइल के जरिये 2 लाख रुपए उड़ा लिए।
- एक कारोबारी को भेजी गई फाइल से उनके खाते से 1.25 लाख रुपए के चार ट्रांजेक्शन किए गए।
- उत्तरप्रदेश, मुंबई और उत्तराखंड में भी ऐसे कई मामले सामने आए हैं — किसी से 13 लाख, किसी से 6 लाख तक की ठगी हुई है।
मिलती-जुलती वेबसाइट से भी ठगी:-
साइबर एक्सपर्ट्स के अनुसार, ठग अक्सर ब्रांड, होटल या कंपनियों के नाम जैसी नकली वेबसाइट बनाकर उपभोक्ताओं को धोखा देते हैं। इसलिए वेबसाइट की स्पेलिंग, यूआरएल और संपर्क नंबर जरूर जांचें और किसी भी बुकिंग या ट्रांजेक्शन से पहले टोल-फ्री नंबर पर कन्फर्म करें।
साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों की सलाह:-
1️⃣ अज्ञात लिंक या व्हाट्सएप से आई APK फाइल कभी न खोलें।
2️⃣ मोबाइल की सेटिंग में जाकर ‘अननोन सोर्सेज’ विकल्प ऑफ करें।
3️⃣ केवल गूगल प्ले स्टोर से ही ऐप डाउनलोड करें।
4️⃣ एंटीवायरस या सिक्योरिटी ऐप का उपयोग करें।
5️⃣ बैंकिंग ऐप केवल बैंक या सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त प्लेटफॉर्म से ही डाउनलोड करें।
6️⃣ फ्री ऑफर, इनाम या रिचार्ज के नाम पर आने वाले लिंक से बचें।
इस तरह होती है एपीके फाइल:-
- e-Transport.apk
- e-SIM.apk
- AadharData.apk
- e-Challan.apk
- e-Commerce.apk
- KisanMitra.apk

