चौथा दिन : धरनार्थियों ने किया उपखण्ड कार्यालय का घेराव, मुख्यमंत्री को युवाओं ने भेजा पोस्ट कार्ड, रामलुभया कमेटी से मिला शिष्ठ मण्डल


मुख्य चौराहे पर लोगो ने लगाया आंशिक जाम

खाजूवाला, खाजूवाला को नए जिले अनुपगढ़ में जोडऩे के बाद से ही खाजूवाला के लोगों ने धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया था। वहीं अब यह जन आन्दोलन का रूप ले चुका है। खाजूवाला एसडीएम कार्यालय के बाहर चल रहे धरना प्रदर्शन में दिनों दिन लोगों की संख्या में इजाफा हो रहा है। हर वर्ग के लोग तथा व्यापारी व किसान और युवा वर्ग जन आन्दोलन में बढ़-चढक़र भागीदारी निभा रहे है।


खाजूवाला उपखण्ड अधिकारी कार्यालय के आगे चौथे दिन भी धरना जारी रहा। यहां गुरुवार को सैकड़ों की संख्या में आस-पास के गांव, चक-आबादी, ढ़ाणियों तथा ग्राम पंचायतों से सैकड़ों की संख्या में लोग पहुंचे तथा धरने को समर्थन दिया। गुरुवार को बड़ी संख्या में कांग्रेसी पदाधिकारियों के साथ अम्बेडकर फाऊण्डेशन चेयरमैंन राज्य मंत्री दर्जा प्राप्त डॉ.मदन गोपाल मेघवाल भी पहुंचे। लोगों की समस्याओं को सुना तथा धरने को समर्थन दिया। इसी के साथ ही समस्या के समाधान के लिए मुख्यमंत्री से मुलाकात कर खाजूवाला को जिला बनाने या फिर वापस बीकानेर में शामिल करवाने के प्रयास का आश्वासन दिया। इसी के साथ ही गुरुवार को धरना स्थल पर दर्जनों युवाओं ने मुख्यमंत्री को पोस्ट कार्ड डाक द्वारा भेजकर खाजूवाला को बीकानेर जिले में यथावत रखा जाए या फिर खाजूवाला को ही जिला बनाया जाए।


खाजूवाला बचाओं संघर्ष समिति के बैनर तले गुरुवार को धरना स्थल पर चक-आबादी, ढ़ाणियों व विभिन्न ग्राम पंचायतों से सैकड़ों की संख्या में लोग खाजूवाला पहुंचे। वहीं यहां वरिष्ठ कांग्रेस पदाधिकारी, मुस्लिम समाज के मौजिज व्यक्ति, व्यापारी, युवाओं सहित लोगों ने सभा को सम्बोधित किया। इस मौके पर युवाओं द्वारा मुख्यमंत्री को पोस्ट कार्ड डाक द्वारा भेजा गया। जिसमें खाजूवाला को बीकानेर में रखने या फिर जिला बनाने की मांग की। इसी के साथ ही डॉ.मदनगोपाल मेघवाल खाजूवाला धरना स्थल पर पहुंचे। यहां वरिष्ठ कांग्रेस पदाधिकारी धीरेन्द्र मिश्रा भी पहुंचे। जिन्होंने प्रवक्ता पद से इस्तीफा दिया है। वहीं आन्दोलनकर्ताओं द्वारा उपखण्ड कार्यालय का घेराव कर उपखण्ड अधिकारी को मुख्यमंत्री व राष्ट्रपति के नाम का ज्ञापन दिया। इसी दौरान मुख्य चौराहे पर आन्दोलनकारियों द्वारा आंशिक जाम भी लगाया गया। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉ.प्यारे लाल शिवरान ने पुलिस थाने में धरर्णाथियों के शिष्ट मण्डल से मुलाकात की तथा शांतिपूर्वक आन्दोलन करने की बात कही।

धरने को किया इन वक्ताओं ने किया सम्बोधित-
खाजूवाला को बीकानेर जिले में वापस रखने या खाजूवाला को जिला बनाने की मांग को लेकर संघर्ष समिति द्वारा चौथे दिन उपखण्ड अधिकारी कार्यालय के आगे धरना दिया गया। जिसमें अम्बेडकर फाऊण्डेशन चेयरमैंन डॉ.मदन गोपाल मेघवाल, मुस्से खां दईया, धीरेन्द्र मिश्रा, रविन्द्र कस्वां, किशनलाल चौहान, मोहन सिहाग, महबूब खां सहू, गुलाम मुस्तफा, पुरूषोतम सारस्वत, रविन्द्र कस्वां, एडवोकेट सलीम, सबीर गुल्लूवाली, हाफिज शौकत अली, शिवशंकर बोड़ा, एडवोकेट सुरेन्द्र पूगल, फारूक कास्मी, फत्तु खां, प्रशांत बिश्नोई, रामेश्वरलाल गोदारा, एडवोकेट भुपेन्द्र सिंह सहित दर्जनों अन्य वक्ताओं ने संबोधित किया।

उपखण्ड अधिकारी कार्यालय का किया घेराव-
गुरुवार को धरनार्थियों ने उपखण्ड कार्यालय का घेराव किया। उपखण्ड अधिकारी कार्यालय के दोनों गेटों पर भीड़ जाकर बैठ गई। उस समय उपखण्ड अधिकारी कार्यालय में नहीं थे। वहीं लोगों ने यहां नारेबाजी की।

उपखण्ड अधिकारी को दिया ज्ञापन-
खाजूवाला बचाओं संघर्ष समिति के त्वावधान में सैकड़ों लोगों ने उपखण्ड अधिकारी को मुख्यमंत्री, राज्यपाल, सम्भगीय आयुक्त तथा उपखण्ड अधिकारी के नाम का ज्ञापन दिया। जिसमें लोगों ने मांग की कि खाजूवाला की जनता अनूपगढ़ जिले में नहीं जाना चाहती है या तो खाजूवाला को जिला बनाया जाए या फिर पुन: बीकानेर जिले में रखा जाए। ज्ञापन में अवगत करवाया कि अगर खाजूवाला नए अनूपगढ़ जिले में चला जाता है तो खाजूवाला के विभिन्न कार्यालय मर्ज हो जाएंगे। जिसमें खाजूवाला विधान सभा मुख्यालय, पंचायत समिति, पुलिस उप अधीक्षक, अधिशाषी अभियन्ता जल संसाधन खण्ड, अधिशाषी अभियन्ता जोधपुर विद्युत वितरण निगम, अतिरिक्त जिला एवं सेशन न्यायालय, वरिष्ठ सिविल न्यायालय, उपनिवेशन विभाग, राजस्व अपील प्राधिकारी तथा ब्लॉक शिक्षा अधिकारी कार्यालय के मर्ज होने की शत-प्रतिशत सम्भावना है। जिसके बाद खाजूवाला में एक बार फिर से 20 वर्ष पीछे चला जाएगा।

युवाओं ने मुख्यमंत्री को भेजे पोस्ट कार्ड-
खाजूवाला उपखण्ड अधिकारी कार्यालय के बाहर चल रहे धरने पर मौजूद युवाओं ने अपने भविष्य की चिंता करते हुए मुख्यमंत्री को 40 पोस्ट कार्ड डाक द्वारा भेजे है। जिसमें युवाओं ने मांग की कि खाजूवाला में अनूपगढ़ जिले में शामिल नहीं कर इसी वापस बीकानेर के साथ जोड़ा जाए अन्यथा खाजूवाला को ही जिला बनाया जाए।

मुख्य चौराहे पर लगाया आंशिक जाम-
खाजूवाला बचाओ संघर्ष समिति के तत्वावधान में गुरुवार को युवाओं ने मुख्य चौराहे पर आंशिक जाम किया। यहां उपखण्ड अधिकारी को ज्ञापन सौंपने के बाद अलाऊंस किया गया कि चौराहे पर जाम लगाया जाए। जिसके बाद युवाओं ने मुख्य चौराहे पर जाम लगा दिया। जिसे तुरन्त बाद में हटा दिया गया।

पुलिस प्रशासन व धरनार्थियों की बैठक-
खाजूवाला पुलिस थाने में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉ.प्यारे लाल शिवरान, उपखण्ड अधिकारी श्योराम, वृताधिकारी विनोद कुमार के साथ धरणार्थी पुरूषोतम सारस्वत, मोहनलाल सिहाग, मोहम्मद ताहा, सलीम खां की वार्ता हुई। बैठक में अधिकारियों ने शांतिपूर्वक आन्दोलन की अपील की। साथ ही खाजूवाला में शुक्रवार को एक अन्य कांग्रेसी पदाधिकारी के द्वारा आह्वान किया गया कि है खाजूवाला को अनूपगढ़ में शामिल करने पर डीजे बजाकर जश्र मनाया जाएगा। जिसपर आपसी सामन्जय बना रहे तथा उपजद्रव ना फैले इस विषय पर बैठक का आयोजन किया गया। जिसपर समिति के पदाधिकारियों द्वारा कहा गया कि हमारे धरने के पास कोई आकर जश्र ना मनाए।

रामलुभाया कमेटी से मिला शिष्ठ मण्डल-
खाजूवाला व छतरगढ़ को वापस बीकानेर में शामिल करने के लिए दर्जनों सरपंच व जनप्रतिनिधि गुरुवार को जयपुर पहुंचे। यहां कैबिनेट मंत्री गोविन्दराम मेघवाल के साथ जनप्रतिनिधि रामलुभाया से मिलने पहुंचे तथा मांग की कि खाजूवाला व छतरगढ़ को अनूपगढ़ में शामिल नहीं करके बीकानेर जिले में ही रखा जाए।