डेंगू ने तोड़ा दो साल का रिकॉर्ड, 11 महीने में इतने तक पहुंचा पॉजिटिव का आंकड़ा
बीकानेर। डेंगू ने इस बार दो साल का रिकॉर्ड तोड़ा है। पीबीएम हॉस्पिटल के मेडिसिन विभाग में 11 महीने में ही एक हजार पॉजिटिव केस रिपोर्ट हुए हैं। एमसीएच वार्ड में 50 बेड दिवाली पर भी फुल रहे। ये मरीज त्योहार मनाने घर नहीं जा सके। पीबीएम के मेडिसिन वार्ड के आउटडोर में औसत 800 से एक हजार रोगी वायरल बुखार से पीड़ित होकर आ रहे हैं। हालांकि दिवाली की छुट्टी होने के कारण आउटडोर का समय सुबह 11 बजे तक होने से मरीजों की संख्या आम दिनों की अपेक्षा कम रही है। सोमवार को मरीज फिर से बढ़ जाएंगे। अधिकांश मरीज थ्रोम्बोसाइटोपेनिया वायरल के आ रहे हैं। ऐसे 60-70 मरीज रोज भर्ती हो रहे हैं, जिनमें से 20-30 के डेंगू पॉजिटिव रिपोर्ट हो रहा है। मेडिसिन विभाग के एचओडी डॉ. सुरेंद्र कुमार वर्मा का कहना है कि सभी मरीजों का उपचार डेंगू मानकर ही किया जा रहा है। गंभीर हालत वालों को भर्ती कर रखे हैं। डेंगू के कारण हार्ट में प्रोब्लम, कमेड़े आने, बार-बार बेहोश होने वाले केस भी इस बार आ रहे हैं। डॉ. वर्मा ने बताया कि डेंगू पूरे शरीर के हर हिस्से पर असर करता है।
मानसून में बारिश अच्छी होने के कारण शहर और गांवों में जगह-जगह जलभराव के कारण डेंगू के मच्छर पनप गए। हालांकि चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने एंटी लार्वा अभियान चला रखा है, लेकिन उसके बाद भी डेंगू के रोगी पिछले सालों की तुलना में इस साल सबसे ज्यादा रिपोर्ट हुए हैं। वर्ष 2022 में पूरे साल में 783 और 2023 में 337 डेंगू के रोगी रिपोर्ट हुए थे, जबकि इस साल अब तक यह आंकड़ा एक हजार तक पहुंच गया है। हालात ये है कि हर दूसरे घर में लोग वायरल बुखार से पीड़ित हैं। घर में किसी एक सदस्य के डेंगू पॉजिटिव आने पर धीरे-धीरे सभी उसकी जकड़ में आ रहे हैं। क्योंकि डेंगू का मच्छर स्वस्थ व्यक्ति को काटने के बाद वहीं पर उड़ता रहता है और वह दूसरे स्वस्थ व्यक्ति को काट लेता है।