खाजूवाला, खाजूवाला के केजेडी नहर की आरडी 146 पर दूसरे दिन भी किसानों द्वारा धरना दिया गया। किसानों ने यहां केजेडी नहर के अन्तिम छोर पर पूरा पानी पहुंचाने की मांग को लेकर धरना दिया जा रहा है।
मदनलाल गोदारा ने बताया कि केजेडी नहर की आरडी 146 पर किसानों का दूसरे दिन भी धरना जारी रहा। यहां किसानों ने मांग रखी कि केजेडी नहर से निकलने वाले समस्त माईनरों के हैडों को पुन: निर्माण एवं एपीएम लगाई जावे, केजेडी नहर की आरडी 0 से टेल तक के समस्त मोघों का पुन: सर्वें कर कमिटी बनाकर नियमानुसार लगाई जावे, केजेडी नहर के निर्धारित पानी 148 क्यूसेक चलाकर अन्तिम छोर पर एक फिट गेज पूरी की जावे, केजेडी नहर के आरडी 146 पर गेज मीटर लगाया जावे, केजेडी नहर निर्माण में घटिया सामग्री की जाँच करवाकर जिम्मेदार दोषियों पर कार्यवाही की जावे क्योंकि नहर में हर 12 फिट पर दरार आ चुकी है। जिससे पानी का रिसाव भी होने लगा है। केजेडी नहर के आरडी 0 से टेल तक वर्तमान में लगाये गए मोघो की गलत सर्वे करवाने वाले अधिकारियों के खिलाफ जाँच कर कार्यवाही की जावे, केजेडी नहर की आरडी 107 से निकलने वाले एचडब्ल्यूएम माईनर के कास्तकारों द्वारा एपीएम लगाने के खिलाफ स्थगन ले रखा है उसको तुरन्त प्रस्ताव में खारिज करवाकया जावे, केजेडी नहर के दोनों तरफ पटड़ा निर्माण के समय दोनों साईड गहरे खड्डे खोद दिए जिससे पटड़े अभी टूटने लग गए है उन गड्ढों को सही किया जावे, केजेडी नहर से हर रोज सैकड़ों की तादाद में अवैध ट्रैकरों द्वारा पानी चोरी होता है जिससे विभाग तुरन्त बंद करवाए। किसानों ने 9 सुत्री मांगों का ज्ञापन उपखण्ड अधिकारी को सौंपकर मुख्य अभियंता हनुमानगढ़, अधीक्षण अभियन्ता छतरगढ़, अधिशासी अभियन्ता खाजूवाला को भेजा है।
किसानों ने बताया कि धरने के दूसरे दिन भी प्रशासन व सिंचाई विभाग का कोई भी जिम्मेवार अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचे। किसान इस हार्ड कांपती सर्दी में खुले आसमान के नीचे नहर की पटरी पर बैठा है यदि 25 दिसम्बर तक किसानों की मांगों पर गौर नहीं किया गया तो 26 दिसम्बर को 5 किसानों को मजबूरन सर्दी में भूख हड़ताल पर बैठना पड़ेगा। जिसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन व सिंचाई विभाग की होगी।
शनिवार को धरने पर मदनलाल गोदारा, सोहनलाल, राजाराम, जगदीश, हंसराज, शिवराज, रामकुमार गोदारा, शिवदत्त सिग्गड़, गोपालराम, कश्मीर सिंह, जगसीर, रामचन्द्र सहित दर्जनों किसान मौजूद रहे।