जयपुर में जर्जर मकान ढहा, सास की मौत और बहू गंभीर घायल, निगम की लापरवाही पर उठे सवाल

R.खबर ब्यूरो। जयपुर के सुभाष चौक क्षेत्र में गुरुवार सुबह बड़ा हादसा हुआ। झिलाई हाउस नामक एक जर्जर मकान अचानक भरभराकर गिर पड़ा। मलबे में दबने से 65 वर्षीय धन्नी बाई की मौत हो गई, जबकि उनकी बहू सुनीता महावर (35) गंभीर रूप से घायल हो गईं। फिलहाल उनका एसएमएस अस्पताल में इलाज जारी है।

हादसे से पहले सुनीता ने अपनी 10 वर्षीय बेटी रीना और 8 वर्षीय बेटे प्रिंस को बाहर नीम के पेड़ के नीचे खड़ा कर दिया था। लेकिन बीमार सास को बचाने के लिए जैसे ही वह दोबारा घर में दाखिल हुईं, पूरा मकान गिर पड़ा। बहू ने अपनी सास को बचाने की कोशिश की और खुद भी मलबे में दब गईं। बच्चों की चीख-पुकार सुनकर पड़ोसी मौके पर पहुंचे और पुलिस की मदद से दोनों को बाहर निकाला गया।

बच्ची की मासूम गवाही:-

रीना ने रोते हुए कहा— “मां हमें बाहर खड़ा कर गईं और बोलीं दादी को लेकर आती हूं। तभी दीवार गिर गई।”

किराए के मकान में रह रहा था परिवार:-

यह मकान स्थानीय निवासी प्रदीप शाह का है। धन्नी बाई अपने बेटे प्रदीप महावर (जिनकी पांच साल पहले मौत हो चुकी थी), बहू सुनीता और बच्चों के साथ लंबे समय से यहां किराए पर रह रही थीं। परिवार ने बताया कि मकान मालिक और नगर निगम को जर्जर हालत की जानकारी थी, मगर कोई कार्रवाई नहीं हुई।

निगम की लापरवाही पर सवाल:-

नगर निगम ने माना कि यह मकान जर्जर सूची में दर्ज था। सवाल उठ रहा है कि जब खतरनाक घोषित किया गया था तो परिवार को सुरक्षित जगह पर क्यों नहीं बसाया गया? गौरतलब है कि 12 दिन पहले सुभाष चौक की एक हवेली ढहने से पिता-पुत्री की मौत हो चुकी है, तब भी निगम ने यही सफाई दी थी।