ड्राइवर डायरेक्ट भर्ती परीक्षा: 59.50 फीसदी उपस्थिति, अभ्यर्थियों की त्रिस्तरीय जांच और फेस रिकॉग्निशन से हुई एंट्री
R.खबर ब्यूरो। जयपुर, प्रदेशभर में रविवार को आयोजित ड्राइवर डायरेक्ट रिक्रूटमेंट परीक्षा की पहली पारी कड़ी सुरक्षा और सख्त निगरानी के बीच संपन्न हुई। प्रत्येक परीक्षा केंद्र पर फेस रिकॉग्निशन, फेस स्कैनिंग और बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन की प्रक्रिया अपनाई गई। कुल 1.48 लाख अभ्यर्थियों में से 59.50% परीक्षा में शामिल हुए। केवल बांसवाड़ा जिले में उपस्थिति 70% से अधिक दर्ज की गई। ड्रेस कोड, समयबद्ध प्रवेश और त्रिस्तरीय जांच से केंद्रों पर पारदर्शिता साफ नजर आई।

पहली पारी में 59.50% उपस्थिति:-
ड्राइवर डायरेक्ट रिक्रूटमेंट 2025 की पहली पारी में कुल 1,48,896 अभ्यर्थियों में से 88,592 ने परीक्षा दी। जिलेवार उपस्थिति इस प्रकार रही—
- अजमेर: 47.41%
- अलवर: 60.60%
- बांसवाड़ा: 72.48% (सबसे अधिक)
- श्रीगंगानगर: 41.29% (सबसे कम)
- जयपुर: 43,368 में से 26,863 उपस्थित (61.94%)
कुल मिलाकर प्रदेश में औसत उपस्थिति 59.50% रही।
अभ्यर्थी रहे सतर्क, केंद्रों पर नहीं दिखी भीड़
कड़ी सुरक्षा और नई पहचान प्रक्रियाओं के मद्देनजर, अधिकांश अभ्यर्थी समय से पहले परीक्षा केंद्र पहुंच गए। केंद्रों पर कही भी अव्यवस्था या भीड़भाड़ की स्थिति नहीं बनी। सभी अभ्यर्थियों की त्रिस्तरीय जांच—फेस रिकॉग्निशन, फोटो मिलान और बायोमेट्रिक थंब वेरिफिकेशन—की गई।
1 घंटे पहले बंद हुआ मुख्य द्वार
जयपुर के एक परीक्षा केंद्र के इंचार्ज हनुमान सिंह भाटी ने बताया कि परीक्षा शुरू होने से 1 घंटे पहले मुख्य प्रवेश द्वार बंद कर दिया गया। ड्रेस कोड का व्यापक रूप से पालन किया गया, हालांकि जींस पहनकर आने वाले कुछ अभ्यर्थियों की अतिरिक्त जांच करनी पड़ी। जिन उम्मीदवारों के थंब इंप्रेशन मैच नहीं हुए, उन्हें अलग रखकर दोबारा वेरिफिकेशन किया गया।
केवल नीले रंग के पारदर्शी बॉल पेन की अनुमति:–
अभ्यर्थियों को परीक्षा केंद्र पर प्रवेश के लिए ई-प्रवेश पत्र, फोटोयुक्त पहचान पत्र (आधार, वोटर आईडी, ड्राइविंग लाइसेंस आदि) और पासपोर्ट साइज फोटो साथ लाना अनिवार्य था। परीक्षा में केवल नीले रंग का पारदर्शी बॉल पेन लाने की अनुमति थी।
मोबाइल, ब्लूटूथ, घड़ी, कैलकुलेटर, पर्स, बैग, नोटबुक, पेनड्राइव, पानी की बोतल, व्हाइटनर और किसी भी प्रकार के इलेक्ट्रॉनिक उपकरण पूरी तरह प्रतिबंधित रहे।
नकल पर कड़ी कार्रवाई का प्रावधान
कर्मचारी चयन बोर्ड के अध्यक्ष मेजर जनरल आलोक राज पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि परीक्षा में नकल करते पकड़े जाने पर राजस्थान सार्वजनिक परीक्षा अधिनियम 2022 और संशोधन अधिनियम 2023 के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी।

