किसानों का धरना जारी, पूरे दिन चला संघर्ष, शाम को हुई वार्ता के बाद अनशन समाप्त

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खाजूवाला, केवाईडी नहर की टेल पर पूरा पानी पहुंचाने की मांग को लेकर 145 आरडी पर चल रहा धरना मंगलवार को भी जारी रहा। मंगलवार को किसानों ने प्रशासन व सिंचाई विभाग के अधिकारियों को शाम तक समस्या समाधान नहीं होने की स्थिति पर आत्मदाह व हैड पर कब्जा करने की धमकी दी। जिसकी किसानों ने तैयारी भी कर ली। हैड पर किसानों ने मिट्टी से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉली खड़ी कर ली। जिसके बाद सिंचाई विभाग व प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे और किसानों से वार्ता की।


किसान शिवदत्त सिग्गड़ ने बताया कि किसानों का धरना 145 आरडी पर पिछले 23 दिनों से लगातार चल रहा था। किसानों ने यहां केवाईडी नहर के अन्तिम छोर पर पूरा पानी पहुंचाने व मोघों को सही करने की मांग की। जिसपर सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने मोघों को सही करने की परमिशन नहीं आने का कहते रहे। वहीं मंगलवार को किसानों ने उग्र प्रदर्शन करते हुए 145 हैड पर कब्जा करने की धमकी दी। वहीं किसानों ने कहा कि अगर मांगे नहीं मानी गई तो नहरों में मिट्टी डालकर हैड जाम किया जाएगा। साथ ही आत्मदाह की चेतावनी दी। जिसके बाद प्रशासन व सिंचाई विभाग हरकत में आया और अधिकारी मौके पर पहुंचे।

यहां मंगलवार शाम को अधिक्षण अभियन्ता श्रीफल मीणा, अधिशासी अभियन्ता सांवरमल मीणा, नीतिश नागर, पूर्व एससी रामसिंह, टीए प्रवीण कुमार व थानाधिकारी सुरेन्द्र प्रजापत मौके पर पहुंचे। किसानों से वार्ता की। जिसपर अधिकारियों ने आश्वसान दिया कि पानी आने से पहले माईनर सही कर दिए जाएंगे। पहले ये ही अधिकारी परमिशन नहीं मिलने की बात कह रहे थे। जिसके बाद विभाग के कर्मचारी व अधिकारियों ने मोघों को सही करने काम शुरू कर दिया। जिसपर धरने पर बैठे आमरण अनशन के दो किसानों ने अनशन तोड़ा वहीं कहा कि जब तक काम पूरा नहीं हो जाता है तब तक धरना जारी रहेगा।


गौरतलब है कि किसान इस मांग को लेकर दूसरी बार धरने पर बैठे रहे। नहरबंदी के बाद आए आया पानी में किसानों की बारियां पीट चुकी थी। जिससे मजबूर होकर किसानों ने आन्दोलन किया है। वहीं पूर्व में भी किसानों व अधिकारियों के बीच लिखित समझौता हुआ था कि पी-फार्म अनुसार मोघों को सही कर दिया जाएगा। अब बुधवार को नहर में पानी आना है और अगर पानी अन्तिम छोर पर पूरा नहीं पहुंचा तो किसानों को इस बारी में भी पानी नहीं मिलेगा।