खाजूवाला, खाजूवाला क्षेत्र में जिप्सम माफिया बाज नहीं आ रहे हैं। वन विभाग व सरकारी भूमि में से अवैध रूप से जिप्सम निकालने के लिए प्रयास में रहते हैं। हाल ही में 15 केजेडी से वन विभाग ने इन्हें खदेड़ कर निकाला, तो अब इन्होंने कुंडल वन क्षेत्र में से अवैध रूप से जिप्सम निकालने का काम शुरू कर दिया है। हालांकि ग्रामीणों ने अवैध जिप्सम खनन की शिकायत वन विभाग के उच्च अधिकारियों को भी है।
ग्रामीणों ने बताया कि खाजूवाला के चक 15 केजेडी में बीते 3 दिन पहले तक अवैध रूप से जिप्सम का खनन वन विभाग की भूमि में से किया जा रहा था। जिस पर ग्रामीणों ने शिकायत की, तो वन विभाग के अधिकारियों ने यहां रास्ता नष्ट करते हुए, यहां सख्ती बढ़ा दी। लेकिन यह जिप्सम माफिया अब इस क्षेत्र को छोड़कर कुंडल क्षेत्र में दाखिल हो चुके हैं। पिछले तीन-चार दिनों से कुंडल क्षेत्र में यह जिप्सम माफिया अवैध रूप से जिप्सम निकालने का काम कर रहे हैं। यहां वन विभाग व सरकारी आराजीराज भूमि में से जिप्सम निकाला जा रहा है तथा सरकार को लाखों रुपए का नुकसान प्रतिदिन किया जा रहा है। वही वन विभाग के अधिकारियो ने भी इस क्षेत्र में गश्त लगाते हैं। लेकिन यह माफिया अधिकारियों को चकमा देकर अवैध रूप से खनन का काम चला लेते हैं। पिछले इसी क्षेत्र में एक बड़ी कार्रवाई प्रशासन द्वारा की गई थी। जिसके बाद एक बार के लिए माफिया भाग खड़े हुए थे। लेकिन यहाँ फिर अवैध रूप से खनन का काम कर रहे हैं। यहां से अभी एक ट्रैक्टर-ट्राली द्वारा जिप्सम खनन कर सड़क के पास एक निर्धारित स्थान पर भंडारण करते हैं तथा यहां से ट्रकों के माध्यम से फैक्ट्रियों में जिप्सम भिजवाया जा रहा है। प्रशासन को चाहिए कि एक बार फिर बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया जाए। वहीं इन दिनों पुलिस के बड़े बड़े अधिकारी खाजूवाला में ही डेरा डाले हुए हैं। इन माफियाओं इन अधिकारियों का भी भय नहीं है।
जिप्सम माफिया क्षेत्र में फिर हुए सक्रिय, कुंडल क्षेत्र से निकाल रहे अवैध रूप से जिप्सम
