बीकानेर, स्व.शिव कुमार व्यास उर्फ भैया महाराज के दिनांक 9 सितम्बर को देहावसान हो गया। इतिहास पुरुष भैया महाराज के पूगल रोड़ स्थित आवास पर अश्रुपूरित श्रदांजलि देने सेकड़ो लोग पहुच रहे है। यहाँ उनके चाहिते भागीरथ आचार्य भी पहुंचे व नतमस्तक होकर श्रधांजली दी।

परिवार में सबसे ज्येष्ठ थे भैया महाराज
परिवार में पत्नी, 4 भाई, 2 बहनें, 2 पुत्र, 1 पुत्री, पोते पोतियों नाती सहित भरा पूरा परिवार छोड़ गए है। भैया महाराज बीकानेर शहर में जन्मे, पले, पढ़े लेकिन लगाव ग्रामीण क्षेत्र से विशेष रहा।
भागीरथ आचार्य ने बताया कि उन्होंने कर्मभूमि ग्रामीण क्षेत्र जो उस समय का विशाल भू भाग ग्राम पंचायत दंतौर को चुना ओर वहीं से उन्होंने अपनी कीर्ति पताका फहराई उस समय एशिया की सबसे बड़ी पंचायत का प्रतिनिधित्व किया 100 किमी वर्ग क्षेत्रफल बसी पंचायत 365 हेड से आनंदगढ़, गोकलगढ़ पाकिस्तान से सटे गांव व कोलायत तहसील की जड़ों तक 8 एस एम डी, (बांडका) 10 एस एम डी जग्गासर के पास तक का क्षेत्रफल था। 1992 में पंचायतें भंग हुई तब प्रशासक कार्यकाल शुरू हुआ। तब मेरा वहां आना जाना शुरू हुआ और 1995 में ग्राम पंचायतों का पुनर्गठन हुआ तब इस दंतौर पंचायत की 16 ग्राम पंचायतें बनी। राजनीति में गहरी पैठ रखते थे। इसके अलावा प्रशासन पर उनका प्रभाव देखते ही बनता था, जब भी किसी आफिस में जाते दो चार व्यक्ति साथ होते और जैसे कर्मचारियों, अधिकारियों को पता चलता कर्मचारी उनके सम्मान में खड़े हो जाते थे व कुछ उनके चरण स्पर्श करते भी दिखाई देते थे। उनके प्रति अधिकारी वर्ग में भी सम्मान भाव था। ऐसी शख्शियत को भावभीनी श्रदांजलि व सादर शत शत नमन।