नशे का अवैध व्यापार लग्जरी गाड़ियों से, खटारा में हिचकौले खाती पुलिस

बदमाश इस्तेमाल कर रहे तरह तरह की लग्जरी गाड़ियां, पुलिस पास जीपें

छतरगढ़, सीमावर्ती क्षेत्र की मंडियों में नशे का अवैध व्यापार लगातार बढ़ता जा रहा है।जहां क्षेत्र पांच साल पहले में मादक पदार्थ बरामदगी के मामले एका दुका होते थे।अब पिछले सालों से मादक पदार्थ की तस्करी बड़ी संख्या में होने लगी है। इस दौरान दर्जनों लग्जरी गाड़ियों भी जब्त की गई है।इसका मुख्य कारण एक इस समय तस्करों पास अपने नशे की खेप एक जगह से दूसरी जगह पहुंचने के लिए उनके पास पिकअप,बोलेरा गाड़ी आदि होती थीं।तो पुलिस के पास भी महेंद्रा की जीपें थीं।जो इन गाड़ियों को पकड़ने में अक्सर कामयाब हो जाती थी।इससे तस्कर पुलिस से कतराते थें।वहीं नई टेक्नोलॉजी से तस्करों ने लग्जरी गाड़ियों का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है।जिनकी रफ्तार पुलिस की वर्तमान गाड़ियों थार जीप व बोलेरो से कई गुना ज्यादा है। इससे तस्कर पुलिस को रात्रि के समय में चकमा देकर पुलिस गाड़ी को पीछे छोड़ कर अपने नशें के अवैध व्यापार के काम को अंजाम दे रहे हैं।वहीं दूसरी ओर पुलिस खटारा गाड़ियों के भरोसे अपने जान जोखिम में डालकर तस्करों को पकड़ने के लिए नाकाबंदी करते हुए जैसे तैसे लग्जरी गाड़ियों से अवैध नशा बरामद कर रहे।आखिरकार कब तक पुलिस इन खटारा जीपों के सहारे अपनी जान का दांव खेलकर पीछा करती रहेगी।

जुगाड़ से चलता है काम:-

मादक पदार्थ की सूचना या वरदात कर भाग रहे अपराधियों का पीछा करने के लिए थाने की खटारा व वर्षो पुरानी गाड़ियों से पीछा करना पड़ता है।कई बार थानेदार निजी वाहन एवं ग्रामीणों से वाहन लेकर बदमाशों का पीछा करते हैं। हालत यह है कि ग्रामीण क्षेत्र के थानों में जुगाड़ से काम चलाया जा रहा है। ऐसे में थानेदारों को अपनी जेब से भी पैसा खर्च करना पड़ता है।

खाजूवाला सर्किल के चारों थाने में जीप:-

बीकानेर पुलिस अधीक्षक अन्तर्गत आने वाले खाजूवाला सीओ सर्किल के छतरगढ़,पूगल,खाजूवाला व दंतौर आदि में पुलिस पास थार जीपें है। इनमें भी कुछ नकारा होने के कगार पर है।

छतरगढ़ थाने का एक मामला:-

थाना क्षेत्र में 13 अक्टूबर 2019 की रात को पुलिस को अवैध मादक पदार्थ तस्करी की सूचना मिली। पुलिस ने नाकाबंदी की।तभी जोधपुर की तरह से सतासर-सूरतगढ़ सड़क मार्ग पर एक लग्जरी गाड़ी स्कार्पियो आई। स्कार्पियो चालक ने पुलिस पर फायरिंग भी की। बदमाशों की गाड़ी का पीछा कर रही पुलिस की गाड़ी का रेडिएटर की पाइप फट गई। इसके बाद छतरगढ़ थानाधिकारी सुरेंद्र कुमार बारुपाल ने निजी वाहनों से बदमाशों का पीछा किया।तब पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से तस्करों को दबोच पाई।

एक नजर इधर भी….

जिले में थाने 27,थार जीप-22,बोलेरो-9 प्रति माह:- थाने के एरिया के लिहाज से 200 से 250 लीटर डीजल अतिरिक्त भार,हर माह थाने की गाड़ियां में 100 से 150 लीटर डीजल अधिक खर्च क्लेम तक नहीं।अतिरिक्त खर्च होने वाले डीजल का पुलिस अधिकारी-कर्मचारियों को करना पड़ता है।वहन, जिसका कोई क्लेम नहीं होता।

यूं बढ़ लग्जरी गाड़ियों की बरामदगी:-

वर्ष बरामदगी संख्या

2017–कोई नहीं
2018–03
2019–11
2020–कोई नहीं
2021– 10
2022– 06 जारी

इनका कहना है:-

मामला मुख्यालय स्तर का है
पुलिस में वाहनों के लिए समय सीमा और किलोमीटर निर्धारित है।इन दोनों में से अगर कोई एक नियमों से बहार हो जाए तो गाड़ी बदलने का प्रवधान है।यह सही है कि थानों में थार गाड़ियां हैं।जो सुरक्षा कि दृष्टि से भी ठीक नहीं है। थानों में अपराधियों,तस्करों को पकड़ने के लिए सुविधाजनक व लग्जरी गाड़ी मुहैया कराने का मामला पुलिस मुख्यालय स्तर का है।

जय कुमार भादू एसएचओ पुलिस थाना छतरगढ़