बीकानेर: यहां लंबे समय से चल रहा था अवैध खनन, अब इस तकनीक से चलेगा पता
बीकानेर। खान एवं भूविज्ञान विभाग ने कोलायत के गंगा सरोवर कैचमेंट एरिया में क्ले के अवैध खनन और मौके पर जमा स्टॉक का आकलन करने के लिए ड्रोन सर्वे शुरू किया है। सर्वे के बाद पता चलेगा कि मौके पर अवैध खनन से जमा स्टॉक कितना है, उसकी क्वालिटी और अनुमानित कीमत क्या है। उसके बाद अवैध खनन करने वालों और खातेदारों के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। कोलायत के गंगा सरोवर कैचमेंट एरिया में खनिज क्ले के अवैध खनन और सालों से जमा स्टॉक की ओर ध्यान नहीं देने की लापरवाही पर खनि अभियंता एमपी पुरोहित को निलंबित कर दिया गया था। अब उच्च अधिकारियों की टीम बनाकर मौके पर ड्रोन सर्वे कराया जा रहा है जिससे कि अवैध खनन और उससे जमा स्टॉक के बारे में पूरा आकलन किया जा सके। मंगलवार को खनि अभियंता और भूवैज्ञानिकों के साथ गरुड़ सर्वे प्रा. लि. कंपनी के दो सदस्य मौके पर पहुंचे और ड्रोन सर्वे शुरू किया। कार्यवाहक खनि अभियंता धीरज पंवार, बीकानेर के वरिष्ठ भू वैज्ञानिक मनोहर सिंह राठौड़ व नागौर के करणवीर सिंह और ड्रोन सर्वे कंपनी के विशेषज्ञों के साथ सर्वे शुरू किया गया। करीब 70-75 हैक्टेयर क्षेत्र में ड्रोन सर्वे कर अवैध खनन और उससे जमा स्टॉक का आकलन किया जाएगा। इसमें तीन से चार दिन का समय लगने की संभावना है। ड्रोन सर्वें पूरा होने पर पता चल पाएगा कि कितने एरिया में अवैध खनन हुआ। मौके से कितना क्ले खोदा गया, उसकी अनुमानित कीमत क्या है और सरकार को कितना नुकसान हुआ। उसके बाद ही अवैध खनन में शामिल लोगों, खातेदारों के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। राज्य सरकार ने सभी अधीक्षण खनि अभियंताओं व फील्ड अधिकारियों को अवैध खनन गतिविधियों के खिलाफ कार्रवाई में किसी तरह की कोताही नहीं बरतने, आधुनिक नवीनतम तकनीक का उपयोग करने के निर्देश दिए हैं। कोलायत के गंगा सरोवर कैचमेंट एरिया में लंबे समय से क्ले का अवैध खनन हुआ। माफियाओं ने हजारों टन क्ले खोद डाला और बेच खाया। अवैध खनन कर मौके पर ही स्टॉक के ढेर लगा दिए। इसके बावजूद खान महकमे के अभियंता आंखें मूंदे बैठे रहे। लापरवाही सामने आने पर बीकानेर एमई को निलंबित किया गया था।

